भोपाल : क्या मध्य प्रदेश बीजेपी में सब कुछ ठीक चल रहा है? पहले एक के बाद एक नेताओं का पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामना और अब पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा से वरिष्ठ नेता उमा भारती की गैर मौजूदगी. उमा भारती ने जन आशीर्वाद यात्रा में आमंत्रित नहीं किए जाने पर निराशा जाहिर की थी. सोमवार को उन्होंने कहा कि निमंत्रण मिलने पर भी वह यात्रा का हिस्सा नहीं बनेंगी. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक दिन पहले कहा था कि बीजेपी नेता घबराए हुए हैं क्योंकि अगर वह यात्रा में मौजूद रहेंगी तो सारा ध्यान उन पर होगा.
जन आशीर्वाद यात्रा में न बुलाए जाने पर उमा भारती ने कहा, 'हो सकता है कि पार्टी के नेता घबरा रहे हों क्योंकि अगर मैं वहां होऊंगी तो जनता का सारा ध्यान मुझ पर होगा.' उमा भारती ने सोमवार को भी सोशल मीडिया से पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधना जारी रखा. उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, 'यह सच है कि पहले मुझे जन आशीर्वाद यात्रा का निमंत्रण नहीं मिला था. हालांकि कोई निमंत्रण मिलने या न मिलने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है.'
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'बुलाया भी गया तो भी नहीं जाऊंगी'
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को मध्य प्रदेश में यात्रा को हरी झंडी दिखाई. यात्रा राज्य के विंध्य क्षेत्र से होकर गुजरेगी जहां 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 30 में से 24 सीटें जीती थीं. साल 2003 में उमा भारती ने मध्य प्रदेश में बीजेपी को भारी जीत दिलाई थी और दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी के 10 साल के शासन को खत्म कर दिया था.
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'खत्म होना चाहिए 5 स्टार कल्चर'
राज्य बीजेपी इकाई की आलोचना के बावजूद उमा भारती ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ उनके रिश्ते पहले जैसे बने रहेंगे. जब भी कहा जाएगा वह पार्टी के लिए प्रचार करेंगी. उन्होंने सरकारी और निजी अस्पतालों के बीच अंतर पर जोर दिया और राजनेताओं के बीच प्रचलित '5 सितारा होटल' कल्चर की भी आलोचना की. उमा भारती ने कहा, 'हम सभी नेताओं, विधायकों, सांसदों, मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और सभी अधिकारियों का इलाज सरकारी अस्पतालों में होना चाहिए और हमारे बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए भेजा जाना चाहिए. तभी इन व्यवस्थाओं में सुधार होगा.'