
MP News in Hindi : सागर जिले के खुरई में शिक्षकों पर हुए एक्शन बाद माहौल गरम हो गया है. इसी कड़ी में आज 13 जनशिक्षकों ने एक साथ इस्तीफा देकर विरोध जताया है. उनका कहना है कि उन्हें अपनी बात रखने का मौका ही नहीं दिया गया. दरअसल, सागर जिले में कुछ शिक्षक अपना काम दूसरों से करवाते थे. इसके लिए बकायदा भाड़े के टीचरों को पैसे भी देते थे. ये रकम 3000 से 7000 रुपये तक थी. यह बात सामने आने के बाद कलेक्टर संदीप जी आर ने इस पर कार्रवाई की. उन्होंने 8 शिक्षकों को तुरंत निलंबित कर दिया और पुलिस में मामला दर्ज करने के आदेश दिए. इसी कड़ी में आज बुधवार को 13 अन्य टीचरों ने फैसले पर नाराज़गी जताते हुए सामूहिक इस्तीफ़ा दे दिया. इस दौरान शिक्षकों मांग करते हुए कहा कि निलंबन को खत्म किया जाए.
किस लिए भड़के जनशिक्षक ?
खुरई के निलंबित शिक्षक भोलाराम अहिरवार समेत अन्य शिक्षकों का कहना है कि यह एकतरफा फैसला है. उन्होंने कहा कि उनकी कोई बात नहीं सुनी गई और उन्हें बिना कारण निलंबित कर दिया गया. कार्रवाई से नाराज होकर खुरई के जनशिक्षक, B. A. C. और जन शिक्षा केंद्र के अन्य शिक्षक देर रात थाने पहुंचे. वहां उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई. इसके बाद 13 जनशिक्षकों ने सामूहिक इस्तीफा देकर प्रशासन से निलंबन वापस लेने की मांग की.

शिक्षकों का क्या है कहना ?
शिक्षकों का कहना है कि उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है. उन्होंने प्रशासन से निलंबन वापस लेने और जांच सही तरीके से कराने की मांग की. उनका यह भी कहना है कि सिर्फ कुछ शिक्षकों को निशाना बनाया गया. इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं.
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कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
सागर कलेक्टर ने कहा है कि जांच जारी रहेगी और दोषी पाए गए लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी. वहीं, इस्तीफा देने वाले शिक्षकों ने कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आगे भी विरोध करेंगे. घटना को लेकर कहा जा रहा है कि शिक्षकों के विरोध-प्रदर्शन का असर स्कूलों पर भी पड़ सकता है.
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