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मिसाल ! विदिशा में फोटो क्लिक कराने का लगाया 'दिमाग', 100% शिक्षक आने लगे समय पर स्कूल

विदिशा जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई और अनोखी मिसाल पेश की है, यह जिला प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जहां सभी स्कूलों में शिक्षक समय पर उपस्थित होते हैं. जिले भर के स्कूलों में सुबह 10 से 10:30 बजे के बीच सभी शिक्षक अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं. इस पहल ने न केवल शिक्षा का स्तर सुधारा है, बल्कि यह प्रदेश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन चुकी है.

मिसाल ! विदिशा में फोटो क्लिक कराने का लगाया 'दिमाग', 100% शिक्षक आने लगे समय पर स्कूल

Vidisha School News: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई और अनोखी मिसाल पेश की है, यह जिला प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जहां सभी स्कूलों में शिक्षक समय पर उपस्थित होते हैं. जिले भर के स्कूलों में सुबह 10 से 10:30 बजे के बीच सभी शिक्षक अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं. इस पहल ने न केवल शिक्षा का स्तर सुधारा है, बल्कि यह प्रदेश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन चुकी है. ये सब संभव हुआ है जिले के कलेक्टर की एक पहल से. इसके मुताबिक अब शिक्षक स्कूल पहुंचते ही अपनी उपस्थिति की फोटो क्लिक करके शिक्षा विभाग के सोशल मीडिया ग्रुप पर अपलोड करते हैं. वक्त पर फोटो अपलोड नहीं करने पर शिक्षक को गैरहाजिर माना जाता है . पूरी व्यवस्था की जियो टैगिंग से निगरानी भी हो रही है. 

विदिशा में अब स्कूलों की तस्वीर बदल रही है. शिक्षक और बच्चे दोनों ही समय पर स्कूल आ रहे हैं.

विदिशा में अब स्कूलों की तस्वीर बदल रही है. शिक्षक और बच्चे दोनों ही समय पर स्कूल आ रहे हैं.

आप विदिशा के किसी भी सरकारी स्कूल में सुबह 10 बजे के आसपास चले जाइए स्कूलों में आपको व्यवस्था चाक-चौबंद मिलेगी. NDTV की टीम ने भी ग्राउंड पर जाकर हकीकत को जाना. हमारी टीम जिले के सुनपुरा स्कूल में सुबह-सुबह पहुंच गई. यहां सुबह 10 बजते ही घंटी बजी और सभी छात्र और शिक्षक प्रार्थना सभा में दिखाई दिए. स्कूल की प्रिंसिपल माधुरी जैन का कहना है कि ये एक बेहतरीन पहल है. उन्होंने स्वीकार किया कि पहले हम थोड़े लापरवाह हो जाते थे लेकिन अब शिक्षक और बच्चे समय पर स्कूल आते हैं. इससे पढ़ाई का स्तर सुधरा है. एक शिक्षक जितेन्द्र तिवारी ने भी हमसे कहा-  यह नियम बहुत अच्छा है। जब शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचेंगे, तभी बच्चों की पढ़ाई बेहतर होगी. शिक्षकों के समय पर स्कूलमें आने से छात्रों के अभिभावक भी खुश हैं. स्थानीय ग्रामीण धर्मेन्द्र राजपूत ने बताया कि पहले शिक्षक देरी से आते थे, लेकिन अब स्कूल समय पर खुलता है. हम भी अपने बच्चों को समय पर स्कूल भेजते हैं. यह एक सराहनीय पहल है.

बता दें कि विदिशा जिले में कुल 5932 शिक्षक हैं .पहले कई शिक्षक देरी से आते थे लेकिन इन प्रयासों की बदौलत से दिसंबर से लगभग 95 फीसद शिक्षक वक्त से स्कूल आने लगे हैं. जाहिर है विदिशा जिले की इस अनोखी पहल ने न केवल शिक्षा का स्तर सुधारा है, बल्कि यह प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणा भी है। जब शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचते हैं, तो बच्चों का भविष्य खुद-ब-खुद उज्ज्वल होता है.

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