Sidhi Lok Sabha Seat Political History : सीधी लोकसभा सीट (Sidhi Lok Sabha) एक महत्वपूर्ण राजनीतिक क्षेत्र है जो मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के तीन जिलों को आपस में जोड़ती है. इस सीट पर पूरा सीधी (Sidhi) और सिंगरौली (Singrauli) जिला शामिल है, साथ ही शहडोल (Shahdol) जिले के कुछ हिस्से भी इसमें शामिल हैं. विधानसभा (Vidhan Sabha) की बात करें तो इस सीट पर कुल आठ विधानसभा सीटें शामिल हैं, जिनमें से सभी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अधिकार में हैं, केवल चुरहट (Churhat) को छोड़कर. पिछली बार के चुनावों में इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस (Congress) ने बाजी मारी थी. सीधी लोकसभा सीट पर मौजूदा सांसद BJP की रीति पाठक (Riti Pathak) हैं जिन्होंने पिछली बार के आम चुनाव में कांग्रेस के नेता अजय सिंह (Ajay Singh) को हराया था. इस इलाके में कई मनमोहक प्राकृतिक सौंदर्य स्थल मौजूद हैं... जैसे कि संजय डुबरी टाइगर रिजर्व (Sanjay Dubri Tiger Reserve) और मड़ा की गुफाएं... जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है. इसके अलावा सीधी लोकसभा सीट के आस-पास वाइल्डलाइफ सेंटर (Wildlife Center) और मंदिरों का भी अधिक महत्व है.
इस इलाके में रहने वाले लोगों के जीवन में बहुत सारे प्राकृतिक और सांस्कृतिक बिंदु हैं, जो इस क्षेत्र को और भी महत्वपूर्ण बनाते हैं. यहां पर माता घाघरा देवी का भी मंदिर हैं जहां हर साल मेला लगने के साथ आस्था की भीड़ उमड़ती है. यही नहीं, देश भर में यहां से बड़ी मात्रा में कोयले की सप्लाई भी की जाती है. कहा जाता है कि मुग़ल साम्राज्य के बादशाह अकबर के खास बीरबल का जन्म भी यहां पर हुआ था. राजनीतिक मायनों में ये सीट शुरुआती कुछ सालों तक कांग्रेस के अधिकार में रही लेकिन अब काफी समय से इस पर BJP ने कब्जा जमाया हुआ है. आगामी लोकसभा चुनावों के लिए BJP और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने मध्य प्रदेश की सीधी लोकसभा सीट से अपने-अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. BJP ने इस बार के चुनावों में डॉ राजेश मिश्रा पर दांव खेला है तो वहीं कांग्रेस ने कमलेश्वर पटेल को चुनावी समर में उतारा है. साल 2019 के चुनावों में सीधी लोकसभा सीट से BJP को बंपर जीत मिली थी. BJP की मौजूदा सांसद रीति पाठक ने कांग्रेस के अजय अर्जुन सिंह को करारी शिकस्त देते हुए कुल 6,98,342 वोट हासिल किए थे जबकि कांग्रेस उम्मीदवार अर्जुन सिंह को 4,11,818 वोट हासिल हुए थे.
राजनीतिक पहलू
यह लोकसभा सीट 1952 में अस्तित्व में आई थी और तब से लेकर लंबे समय तक यह कांग्रेस के अधिकार में रही. हालांकि इस दौरान जनता-जनार्दन ने कई बार अन्य पार्टियों को भी सत्ता का मौका दिया. बताया जाता है कि इस इलाके में राजघराने के बेटे रणबहादुर सिंह ने एक बार निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी. बाद में साल 1998 में BJP ने इस सीट पर जीत हासिल की और फिर साल 2019 तक के चुनाव में BJP ही काबिज़ रही. चुनाव आयोग ने प्रदेश में वोटिंग की तारीखों का ऐलान कर दिया है. शेड्यूल के मुताबिक, सीधी लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल यानी कि पहले Phase में चुनाव होंगे जिसके नतीजे 4 जून को सामने आएंगे. चुनावों के तारीखों के ऐलान के बाद से ही आचार संहिता लागू हो गई है. सीधी लोकसभा सीट से जुड़ा एक और अहम बिंदु ये है कि ये सीट क्षेत्रफल में विशाल होने के साथ-साथ घनी आबादी वाला इलाका है. ऐसे में यहां के मतदाताओं का प्रभाव भी महत्वपूर्ण है. इस क्षेत्र में समाज की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता भी देखने को मिलती है.
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जानिए BJP उम्मीदवार डॉ राजेश मिश्रा के बारे में
राजेश मिश्रा (Rajesh Mishra) ने अपना सियासी सफर बसपा (BSP) के साथ शुरू किया था और उन्होंने साल 2008 में सीधी विधानसभा (Sidhi Assembly) से बसपा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव में भाग लिया था. वे BJP में शामिल होने के बाद साल 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh) के नेतृत्व में शामिल हो गए थे. उन्होंने 2023 में सीधी सीट से दावेदारी की थी लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था. जिसके बाद BJP ने अब लोकसभा चुनावों में 2 बार की सांसद रह चुकी रीति पाठक के ऊपर डॉ. राजेश मिश्रा को चुनावी मैदान में उतारा है.
जानिए कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश्वर पटेल के बारे में
कमलेश्वर पटेल (Kamleshwar Patel) कांग्रेस के प्रत्याशी हैं जो सीधी लोकसभा से चुनाव मैदान में उतारे गए हैं. उन्होंने पहली बार साल 2013 में सिहावल (Sihawal) विधानसभा से विधायकी हासिल की थी. उनके पिता इंद्रजीत पटेल भी कांग्रेस के सदस्य और मध्य प्रदेश की सरकार के कैबिनेट मंत्री थे. साल 2023 में उन्होंने सिहावल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें BJP उम्मीदवार विश्वामित्र पाठक (Vishwamitra Pathak) ने शिकस्त दी थी लेकिन अब कांग्रेस ने एक बार फिर से भरोसा जताते हुए उन्हें सीधी लोकसभा से चुनाव के लिए उतारा है.