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SIR में 43 लाख वोटरों के नाम काटने पर आक्रामक हुई कांग्रेस, आयोग पर लगाए ये गंभीर आरोप

मध्य प्रदेश में एसआईआर का प्रथम चरण पूरा होने के साथ ही राज्य में राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि यह सब ऐसे वक्त में क्या गया, जब न तो इस वक्त प्रदेश में चुनाव है और न ही अभी इसकी कोई ऐसी ज़रूरत थी. फिर भी ताबड़तोड़ लिस्ट बनाई गई. आखिर SIR की इतनी जल्दी क्या थी?

SIR में 43 लाख वोटरों के नाम काटने पर आक्रामक हुई कांग्रेस, आयोग पर लगाए ये गंभीर आरोप

मध्य प्रदेश में एसआईआर का प्रथम चरण पूरा होने के साथ ही राज्य में राजनीति गरमा गई है. दरअसल, चुनाव आयोग ने एसआईआर के प्रथम चरण में प्रदेश भर में 43 लाख लोगों के नाम काट दिए हैं. इस पर चुनाव के आयोग के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने आक्रामक रुख इख्तियार कर लिया है. इसी कड़ी में बुधवार को राजधानी भोपाल में कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रेस वार्ता की.

इस दौरान उन्होंने कहा कि एसआईआर की पहली लिस्ट में लगभग 43 लाख लोगों के नाम काट दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि यह सब ऐसे वक्त में क्या गया, जब न तो इस वक्त प्रदेश में चुनाव है और न ही अभी इसकी कोई ऐसी ज़रूरत थी. फिर भी ताबड़तोड़ लिस्ट बनाई गई. आखिर SIR की इतनी जल्दी क्या थी? बीएलओ पर इतना दबाव बनाया कि क्यों ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में भी प्रक्रिया हुई थी, लेकिन ईमानदारी से की गई.

चुनाव आयोग को बनाया निशाना

उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पहले ही दिल्ली में रैली कर वोट चोरी का आरोप लगा चुके हैं. वर्मा ने कहा कि बिहार में SIR का काम जब हुआ, तब फर्जी बोलकर 78 लाख वोट काटे गए, लेकिन चुनाव आते-आते द्वितीय चरण से अंतिम चरण में जब लिस्ट पहुंची, तब उस लिस्ट में मात्र 32 लाख ही फर्जी वोटर बताए गए. लिहाजा, हम निर्वाचन आयोग पर भी आरोप लगाते हैं. भाजपा के साथ मिलकर आयोग ने हमारे चुनाव में फेर डाला. अब 43 लाख लोग विलोपित करने के साथ ही 8 लाख  को नो मैपिंग में डाल दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह काम नरेंद्र मोदी से शिवराज सिंह चौहान और मोहन यादव कर रहे हैं.

प्रक्रिया पर उठाए सवाल

वर्मा ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव 2023 में 32 लाख वोटों से हारे थे और अब एमपी में लगभग 43 लाख लोगों को काट दिया गया है, जो एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है.  हमारे नेता राहुल गांधी पहले ही इस वोट चोरी को पूरे देश में बताने की कोशिश की. हमारे पास सूची है, जहां 10 हजार तक वोट डिलीट किए गए हैं. उन्होंने याद दिलाया कि गोविंद सिंह राजपूत जहां चुनाव लड़े, वे मतों की गिनती में पीछे हो गए, तो उन्होंने 4 घंटे गिनती का काम रुकवा दिया था. इसके बाद हमारा नेता केवल 1300 वोटों से हार गया. अब उसी जगह से  5000 लोगों के नाम काट दिए गए हैं. उन्होंने आगे बताया कि नरेला से हम 24000 वोटों से हारे थे. वहां 70000 लोगों के नाम कटवा दिए गए हैं.

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हम अनुरोध करते हैं लोगों से की लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमारा सहयोग करें. सज्जन वर्मा ने आगे कहा कि हमारा आरोप है कि जब से वोट चोरों की सरकार आई है, तब से लोग भी वास्तविकता का सामना करने लगे हैं. लिहाजा, हम हम सतर्कता से नज़र रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि अब चुनाव आयोग और भाजपा के नेता पवित्र गंगाजल से नहा कर वोटिंग लेकर आपके सामने आकर खड़े होंगे और दिखाएंगे कि देखो हमने क्या काम किया?

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