
Madhya Pradesh News: सतना जिले में बिजली कर्मचारियों ने अपने कर्तव्यनिष्ठा और साहस का परिचय देते हुए एक ऐसा कार्य किया, जिसकी हर तरफ सराहना हो रही है. दरअसल, सितपुरा क्षेत्र में 33 केवी सोहावल विद्युत लाइन में खराबी आने पर कर्मचारियों ने दस फीट गहरे पानी में उतरकर इंसुलेटर बदले और कई घंटों से बंद बिजली सप्लाई को बहाल किया.
बांध के अंदर थे 33 केवी के दो विद्युत पोल
जानकारी के अनुसार, सोमवार को भीषण बिजली कड़कने के कारण 33 केवी सोहावल लाइन में फाल्ट आ गया था. ग्रामीण प्रथम उप संभाग की टीम द्वारा लाइन की पेट्रोलिंग की गई. पेट्रोलिंग के दौरान बागरी पेट्रोल पंप के पीछे, सितपुरा रोड पर दो विद्युत पोल में इंसुलेटर फेल होना पाया गया. समस्या यह थी कि जिस क्षेत्र में फाल्ट पाया गया, वहां लगभग 300 मीटर तक पानी भरा हुआ था, जिसकी गहराई करीब दस फीट थी. ऐसे में पोल तक पहुंचना और काम करना बेहद जोखिम भरा था.
बिजली गिरने से 33 केवी लाइन के इंसुलेटर खराब
इसके बावजूद कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी को प्राथमिकता दी और बिना किसी परवाह के पानी में उतरकर काम करने का साहस दिखाया. कर्मचारी राजा सेन, चंद्रिका कुशवाहा, गया कुशवाहा, रामलाल कुशवाहा और रचित दाहिया पानी में तैरकर बिजली पोल तक पहुंचे और खराब हो चुके दोनों इंसुलेटरों को बदला. इसके बाद लाइन को सफलतापूर्वक चार्ज किया गया और प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति फिर से शुरू हो गई.
पानी में तैरकर बिजली पोल तक पहुंचे कर्मचारी
इस बहादुरी भरे कार्य में परीक्षण सहायक जितेंद्र विश्वकर्माऔर लाइन कर्मचारी राजभान कोरी ने भी महत्वपूर्ण सहयोग दिया. कर्मचारियों के इस जज्बे ने साबित किया कि जब जिम्मेदारी और कर्तव्य को प्राथमिकता दी जाती है, तो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी समाधान निकाला जा सकता है.
बिजली सप्लाई को किया बहाल
स्थानीय लोगों ने कर्मचारियों की इस निष्ठा की सराहना की और कहा कि उनकी मेहनत और साहस की वजह से ही अंधेरे में डूबा क्षेत्र रोशनी से जगमग हो गया. यह कार्य न केवल कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है, बल्कि अन्य कर्मचारियों के लिए प्रेरणा भी है.
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