MP Politics : देश की संसद में जातिगत जनगणना (Caste Census) के मुद्दे पर गरमाई बहस के बाद अब यह चर्चा देशभर में फैल गई है. विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और BJP सांसद अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के बीच हुई बहस के बाद, समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी इस पर बयान दिया. इस पर BJP के विभिन्न नेता भी अपनी टिप्पणियां कर रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में मध्य प्रदेश के मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा, "जब संविधान जातिगत जनगणना की इजाजत नहीं देता तो इसकी जरूरत क्यों है? और फिर जब आप जातिगत जनगणना की बात करते हैं, तो अपनी जाति बताने में आपको परहेज क्यों होता है?
प्रहलाद पटेल ने किया पलटवार
संसद में जातिगत गणना पर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के सवाल और जाति पूछने वाले वीडियो पर प्रहलाद पटेल ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियाँ जाति आधारित बातें करके अपने अस्तित्व को बनाए रखती हैं और जातिगत जनगणना की बात भी उन्होंने ही की है. पटेल ने कहा, "जब संविधान इसकी इजाजत नहीं देता, तो वे लोग जो जातिगत जनगणना की बात करते हैं, उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. "
क्या बोले मंत्री प्रहलाद पटेल
मंत्री प्रहलाद पटेल ने जोर देकर कहा, "मुझे लगता है कि कोई अपराध नहीं हुआ है, लेकिन जातीय आधारित पार्टी चलाने वाले लोग जब इस पर टिप्पणी करते हैं, तो उन्हें अपने घर में ही जाकर देखना चाहिए. कोई जाति बताएं ना बताएं, मैं इसका समर्थन नहीं करता. जातिगत जनगणना की बात करो और अपनी जाति नहीं बताओ, यह सही नहीं है. "
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चुनावों के दौरान खूब उठा मुद्दा
देश में जातिगत जनगणना का मुद्दा साल 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की तरफ से उठाया गया था. यही वजह है कि संसद से लेकर अब सड़क तक इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है. अब देखना होगा कि इस बहस का भविष्य में क्या परिणाम निकलता है और क्या सरकार जातिगत जनगणना पर कोई ठोस कदम उठाती है.
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