प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार यानी 12 अगस्त को सागर में संत रविदास को समर्पित मंदिर की आधारशिला रखेंगे. तकरीबन 100 करोड़ की लागत से बनने वाले इस मंदिर की नींव रखने के कार्यक्रम में PM मोदी के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कई केन्द्रीय मंत्री भी शामिल होंगे. बड़तूमा गांव में इस बेहद ही भव्य मंदिर का निर्माण होगा जो नरयावली विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है.
बता दें कि संत और कवि रविदासजी के मंदिर निर्माण के लिये मध्यप्रदेश में 5 जगहों से समरसता यात्रा शुरू हुई थी. 18 दिन चली ये यात्रा 46 जिलों और करीब 55000 गांवों से होकर गुजरी. यात्रा के दौरान हर गांव से मुठ्ठी भर मिट्टी और अन्न लिया गया. इसके अलावा 313 ब्लॉक की प्रमुख नदियों का जल सांकेतिक तौर पर लेकर लोग शनिवार को सागर पहुंचेंगे. ये सभी यात्राएं 12 अगस्त को सागर के बड़तूमा में समाप्त होंगी. जहां मोदी 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले संत रविदास मंदिर का शिलान्यास करेंगे. अब इसी के मद्देनजर ये भी समझ लेते हैं कि राज्य में दलित वोटों का समीकरण क्या है?
इतना भव्य होगा मंदिर
मंदिर नागर शैली में पत्थरों से बनेगा. जहां भक्त निवास, फूड कोर्ट, म्यूजियम, चार गैलरी, दो प्रवेश का भी निर्माण होगा. पूरे मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे. यहां कला संग्रहालय भी बनाया जाएगा. 20,500 वर्गफीट में बनने वाले म्यूजियम में चार गैलरी होंगी. पहली गैलरी में संत रविदास महाराज के जीवन को प्रदर्शित किया जाएगा.दूसरी में उनके भक्ति मार्ग और निर्गुण पंथ में योगदान को दर्शाया जाएगा. तीसरी गैलरी संत रविदास के दर्शन का विभिन्न मतों पर प्रभाव और रविदासिया पंथ पर केंद्रित रहेगी. 10 एकड़ जमीन पर लगभग ढाई साल में मंदिर बनकर तैयार होगा जहां संत रविदास की कमल पर विराजित प्रतिमा स्थापित की जाएगी.