National Tourism Day News : राष्ट्रीय पर्यटन दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है. यह दिन भारत की सांस्कृतिक, प्राकृतिक, और ऐतिहासिक धरोहर को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है. मध्य प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से समृद्ध राज्य है. यहां प्राचीन मंदिर, घने जंगल, झरने, और राष्ट्रीय उद्यान हैं. प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत का संगम मध्यप्रदेश भारत के मध्य में स्थित, एक ऐसा राज्य है जो प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनूठा मिश्रण पेश करता है.खजुराहो के मंदिरों की नक्काशीदार दीवारें, सांची के स्तूपों की शांति, और कान्हा नेशनल पार्क की जीवंत वन्यजीव, मध्यप्रदेश में घूमने के लिए अनेक कारण हैं. MP को इसीलिए देश का दिल कहा जाता है.
एमपी पर्यटन का एक समृद्ध इतिहास
मध्यप्रदेश में आपको प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और वन्यजीवों का एक अनूठा मिश्रण मिलेगा. यहां का एक समृद्ध इतिहास है. यहां आपको कई ऐतिहासिक स्थल और स्मारक मिलेंगे. मध्यप्रदेश अतिथि सत्कार के साथ मेहमान नवाजी के लिए अपनी अलग पहचान रखता है.
लें MP की खूबसूरती का आनंद
सुलभता में भी मध्यप्रदेश हर ओर से जुड़ा हुआ है. यहां पहुंचना आसान है. आइए इस विश्व पर्यटन दिवस पर मध्यप्रदेश की यात्रा करने का संकल्प लें और इस अद्भुत राज्य की खूबसूरती का आनंद लें. मध्यप्रदेश भारत का हृदय है और अपनी समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और विविधतापूर्ण इतिहास के कारण पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया. यहां प्राचीन मंदिरों से लेकर घने जंगलों तक, झरनों से लेकर राष्ट्रीय उद्यानों तक, सब कुछ मौजूद है.
खजुराहो : खजुराहो के मंदिर दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं. इन मंदिरों की नक्काशीदार दीवारें और मूर्तियां भारतीय कला और वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं.
सांची : सांची का स्तूप बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है. यह भारत के सबसे पुराने स्तूपों में से एक है और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है.
कान्हा नेशनल पार्क : कान्हा नेशनल पार्क भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है. यहां आपको बाघ, तेंदुआ, हिरण और कई अन्य जानवर देखने को मिलेंगे.
पन्ना नेशनल पार्क : पन्ना नेशनल पार्क अपने हीरे के खनन के लिए प्रसिद्ध है. यह पार्क वन्यजीवों के लिए भी एक स्वर्ग है.
ओरछा : ओरछा एक ऐतिहासिक शहर है जो अपनी भव्य हवेली और मंदिरों के लिए जाना जाता है.
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मांडू : मध्य प्रदेश का एक ऐतिहासिक शहर है जो अपनी भव्य इमारतों, समृद्ध इतिहास और कई किस्से-कहानियों के लिए जाना जाता है. यह शहर विंध्य पर्वत श्रृंखला में स्थित है और कभी मालवा का राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्र था. मांडू का इतिहास काफी पुराना है. माना जाता है कि यह शहर 6वीं शताब्दी में बसा था. परमार राजवंश के शासकों ने इसे अपनी राजधानी बनाया और यहां कई भव्य मंदिर और महल बनवाए.
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