Renunciation: नरसिंहपुर जिले में सांसारिक सुख-सुविधाओं को छोड़कर एक पिता-पुत्र और मां-बेटी ने वैराग्य को चुनने जा रहे हैं.आगामी 16 जनवरी को पूरा परिवार औपचारिक रूप से दीक्षा लेकर संन्यासी जीवन बिताएंगे. रविवार को खून के रिश्तों को तिलांजलि देने पति और बेटा-बेटी के साथ मायके पहुंची ओसवाल परिवार की बेटी ने सबको अलविदा किया.
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सीए पुत्र और डाक्टर पुत्री भी माता पिता के साथ लेंगी दीक्षा
रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के धूलिया में शादी के बाद नरसिंहपुर के ओसवाल परिवार की बेटी अनामिका कांकरिया पति दिनेश कांकरिया और अपने दोनों बच्चे के साथ आगामी 16 जनवरी वैराग्य की श्वेतांबर जैनेश्वरी तीर्थ, पालीताणा में दीक्षा लेंगी. ओसवाल परिवार दीक्षा के बाद अपना सारा जीवन एक संन्यासी की बिताएगा.

चार्टेड एकाउंटेंट पुत्र पिता के साथ लेगा दीक्षा
ICU में मरीज की हालत देख डाक्टर बेटी का आया वैराग्य
नासिक के निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती एक मरीज की हालत देखकर डॉक्टर हर्षिता के मन में वैराग्य के भाव जगा. मरीज को बचाने के लिए परिवार सब कुछ लुटाने को तैयार था, लेकिन जब पैसे से भी मरीज नहीं बचाया जा सका तो. डा. हर्षिता का मन वैराग्य को ओर बढ़ चला और सभी सुखों को त्याग कर संन्यास मार्ग की ओर बढ़ने का फैसला कर लिया.
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2 साल पहले श्वेतांबर जैनेश्वरी दीक्षा ले चुकी है बड़ी बेटी
कांकरिया परिवार की बड़ी बेटी करीब 2 साल पहले श्वेतांबर जैनेश्वरी से दीक्षा लेकर वैराग्य को अपना चुकी है. माना जा रहा है कि यहीं से दिनेश कांकरिया के परिवार को वैराग्य पथ पर चलने की प्रेरणा मिली. पूरा परिवारा आगामी 16 जनवरी को दीक्षा लेकर बड़ी बेटी के रास्तों पर चलते हुए संन्यास के रास्तों पर चलने का निर्णय कर लिया है.

डाक्टर बेटी मां के साथ लेगी दीक्षा
श्वेतांबर तीर्थ क्षेत्र पालीताणा में पूरा परिवार लेगा दीक्षा
कांकरिया परिवार के चारों सदस्य आगामी 16 जनवरी को श्वेतांबर तीर्थ क्षेत्र पालीताणा में औपचारिक रूप से दीक्षा लेकर वैराग्य धारण करेंगे. दीक्षा ग्रहण का आयोजन नरसिंहपुर में चातुर्मास कर रहे मुनि श्री विनम्र सागर ससंघ में संपन्न होगा. मुनि विनम्र सागर जी ने बताया कि शाश्वत सुख पाने के लिए दीक्षार्थी वैराग्य के रास्ते पर जा रहे हैं.
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दीक्षा से पहले रिश्तेदारो-नातेदारों से मिलने पहुंचा परिवार
संयुक्त परिवार को छोड़कर कांकरिया परिवार लेगा दीक्षा
कांकरिया परिवार के मुखिया दिनेश कांकरिया ने जब यह फैसला किया तो उनके संयुक्त परिवार में भी माहौल गमगीन सा हो गया. महाराष्ट्र के धूलिया में रहने वाले दिनेश कांकरिया तीन भाई हैं, जिनके पास करोड़ों की चल- अचल संपत्ति है. दिनेश कांकरिया प्रॉपर्टी में अपना हिस्सा त्यागकर उस संपत्ति धर्म के कार्य में देने का फैसला किया है.