Action Against MP Private Schools: मध्य प्रदेश में शिक्षा माफिया पर हुई ताबड़तोड़ कार्यवाही का जहां चारो ओर जिला प्रशासन की प्रशंसा की जा रही है, लेकिन राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने मध्य प्रदेश की मोहन सरकार को आड़ों हाथ लिया है. तंखा ने कहा है कि यह सस्ती लोकप्रियता के लिए किया गया काम है.
एमपी के @DGP_MP एवं मुख्य सचिव को इस पुलिस एक्शन और तथा कथित @dmjabalpur के डायरेक्शन को स्वयं रिव्यू करना चाहिए। आप इस तरह शिक्षा जगत और स्टूडेंट्स को क्या संदेश दे रहे है। जबलपुर के वरिष्ठ नागरिक और राज्य सभा सदस्य के हैसियत से मैं अपना पब्लिक विरोध दर्ज कर रहा हूँ। २/२
— Vivek Tankha (@VTankha) May 29, 2024
कोर्ट ने 11 स्कूल संचालकों को 31 मई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया
गौरतलब है मध्य प्रदेश में बिना अनुमति के निजी स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों की स्कूल फीस बढ़ाने और किताब पब्लिकेशन के मामले में गिरफ्तार स्कूल संचालकों को बुधवार को अदालत से जमानत नहीं मिली. कोर्ट ने अवैध फीस वसूली व पाठ्य-पुस्तकों की मनमानी कीमतों पर बिक्री को गंभीर अपराध ठहराते हुए आरोपियों को 31 मई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया.
सरकार स्कूल संचालकों को सुधारने का एक मौका दे रही हैः जबलपुर कलेक्टर
जबलपुर में शिक्षा माफिया के खिलाफ कार्रवाई पर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि अब सरकार स्कूल संचालकों को सुधारने का एक मौका दे रही है, जो ज्यादा फीस लौटने और नियम मनाने तैयार है उनकी एक विशेष कमेटी द्वारा समीक्षा की जाएगी, जिसमें सीए, NGO, विषय विशेषज्ञ शामिल होंगे. इसके बाद भी कोई नही सुधारा तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
कोर्ट ने अवैध फीस वसूली व पुस्तकों को मनमाने दामों में बिक्री को गंभीर अपराध माना
अवैध फीस वसूली व मनमाने दामों में पाठ्य पुस्तक विक्रय गंभीर अपराध ठहराते हुए अदालत ने पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किए गए आरोपित स्कूल क्रमशः क्राइस्ट चर्च स्कूल, जबलपुर के अजय उमेश जेम्स, शाजी थामस, यूवी मैरी, अतुल अनुपम व एकता पीटर्स सहित अन्य को 31 मार्च तक पुलिस रिमांड में भेज दिया.
एमपी के @DGP_MP एवं मुख्य सचिव को इस पुलिस एक्शन और तथा कथित @dmjabalpur के डायरेक्शन को स्वयं रिव्यू करना चाहिए। आप इस तरह शिक्षा जगत और स्टूडेंट्स को क्या संदेश दे रहे है। जबलपुर के वरिष्ठ नागरिक और राज्य सभा सदस्य के हैसियत से मैं अपना पब्लिक विरोध दर्ज कर रहा हूँ। २/२
— Vivek Tankha (@VTankha) May 29, 2024
बिना अनुमति नियम से अधिक फीस वृद्धि कर आरोपितों करोड़ों रुपए अर्जित किए
सीजेएम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में आगे कहा कि आराेपितों ने एक राय होकर बिना वैध अनुमति के छात्रों पर नियम से अधिक फीस वृद्धि कर करोड़ों रुपये अवैध रूप से अर्जित किए गए. यही नहीं, बिना आइबीएसएन की नकली पुस्तकें प्रकाशकों से सैटिंग करके छात्रों को अपेक्षाकृत अधिक कीमत में विक्रय कर अवैध लाभ अर्जित किया गया.
ओमती पुलिस का बयान, आधे दस्तावेज जब्त, शेष की बरामदगी शेष
इससे पूर्व ओमती पुलिस की ओर से रिमांड की मांग करते हुए दलील दी गई कि 27 मई को आरोपितों को गिरफ्तार कर पूछताछ मेमोरेंडम लिया गया है. उनके आधिपत्य से प्रकरण से संबंधित आधे दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जबकि शेष की बरामदगी शेष है.
दस्तावेजों का विश्लेषण के बाद खुलेगी करोड़ों के लेन-देन का राज
पुलिस के मुताबिक जब्त किए गए दस्तावेजों का विश्लेषण किया जाना है, जो आरोपितों की उपस्थिति में ही संभव है. इससे करोड़ों के लेन-देन की परतें खुलेंगी. नकली प्रकाशकोें की जानकारी भी आरोपितों से प्राप्त की जा सकेगी,इसलिए पुलिस रिमांड अपेक्षित है.
11 स्कूल संचालकों और प्रिंसिपल के खिलाफ दर्ज किया गया था मामला
गौरतलब है दो दिन पहले कलेक्टर और एसपी सहित वरिष्ठ अधिकारियों और जांच समिति पूरी रात कलेक्ट्रेट कार्यालय में मामले की तफ्शील से मामले की जांच की गई और स्कूल की किताबों में सांठ-गांठ को लेकर 11 स्कूल संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और अब उन्हें हिरासत में लेकर संबंधित थानों में ले गई थी.
वो 11 स्कूल, जिसके संचालक और प्रिंसिपल के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
1. क्राइस्ट चर्च वॉइस स्कूल
2. ज्ञान गंगा स्कूल
3. स्टेमफील्ड इंटरनेशनल स्कूल
4. लिटिल वार्ड स्कूल
5. चेतान्य स्कूल
6. सेंट अलोसियस स्कूल सल्लीवारा
7. सेट अलोसियायस घमापुर
8. सेट अलोसियस सदर
9. क्राइस्टचार्च घामपुर