Madhya Pradesh: जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में हजारों की संख्या में छात्र धरने पर बैठे हुए हैं. छात्रों की काफी लंबे समय से मांग है कि उनका प्लेसमेंट कराया जाए एवं अधूरी इंफ्रास्ट्रक्चर की मूलभूत सुविधाएं उनको मुहैया कराई जाए. प्रदेश भर में लगभग 5000 आयुर्वेदिक छात्र प्रदेश सरकार से 4 सूत्रीय मांगों को लेकर गुहार लगा रहे हैं. छात्रों की मांगे हैं कि आयुर्वेदिक छात्रों का स्टाइपेंड बाकी अन्य राज्यों की तरह MBBS के बराबर किया जाए. इस विषय में विगत दिन आयुर्वेदिक छात्रों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है. साथ ही प्रदेश में सात जिलों में स्थित आयुर्वेदिक कॉलेजों में लगातार छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.
समझाइश के बाद भी नहीं माने छात्र
इस कड़ी में क्षेत्रीय विधायक अशोक रोहाणी छात्रों से मिलने पहुंचे और छात्रों को समझाइश दी परंतु छात्र अपनी मांगों पर अडिग है. तमाम छात्र मुख्यमंत्री से मिलने की मांग कर रहे हैं. छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो आंदोलन और भी उग्र हो सकता है. खबर है कि स्टायपेंड बढ़ाने की मांग से लेकर अकादमिक कैलेंडर के हिसाब से परीक्षाएं करवाने जैसी चार सूत्री मांगों को लेकर यह मोर्चा खोला गया है. वहीं छात्रों की मांग है कि उन्हें दी जाने वाली छुट्टियों में भी इजाफा हो. साथ ही उन्हें सवेतन 20 (Paid Medical Leave) प्रदान की जाए.
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
मालूम हो कि ये पहली बार नहीं है जब प्रदेश के जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हों. पिछले साल भी इस तरह से विरोध प्रदर्शन लंबे समय तक चला था लेकिन उस समय सरकार के आश्वासन के बाद तमाम मेडिकल छात्र और इंटर्न शांत हो गए थे. जूनियर डॉक्टर और इंटर्न ने NDTV से बातचीत में कहा कि उनकी अभी तक सरकार से कोई भी बात नहीं हुई है न ही कॉलेज फैकल्टी या प्रबंधन उनसे बात करने के लिए तैयार है और जब तक उनकी बात नहीं मानी जाएगी वो इसी तरह से विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे.
ये भी पढ़ें; PM Modi ने की ग्वालियर रेलवे स्टेशन की तारीफ, कहा- रेलवे स्टेशन विकसित होने से यात्रियों का सफर होगा आसान