MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) के लिए शुक्रवार को कुल 76 प्रतिशत मतदाताओं (Votes) ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. चुनाव आयोग (Election Commission) की अधिकृत वेबसाइट पर उपलब्ध अपडेट आंकड़ों के अनुसार, राज्य में मतदान का प्रतिशत (MP Voting Percentage) 76 प्रतिशत रहा. हालांकि ये आंकड़े अभी अपडेट किए जा रहे हैं इसलिए देर रात तक अंतिम आंकड़ों में कुछ बदलाव हो सकता है.
नक्सल प्रभावित जिलों में 3 बजे तक हुआ मतदान
नक्सल प्रभावित बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों में मतदान दोपहर तीन बजे ही खत्म हो गया था. जबकि राज्य के बाकी इलाकों में शाम छह बजे तक वोटिंग जारी रही. एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य के सभी 230 निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ था. उन्होंने बताया कि बालाघाट जिले की नक्सल प्रभावित बैहर सीट पर 84.81 प्रतिशत, लांजी में 75.07 प्रतिशत और परसवाड़ा में 81.56 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
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मैदान में कुल 2533 उम्मीदवार
उन्होंने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक 86.19 प्रतिशत मतदान नीमच जिले के जावद में तथा सबसे कम 50.41 प्रतिशत मतदान भिंड में हुआ. राज्य में चुनाव मैदान में कुल 2,533 उम्मीदवार हैं, जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती एवं कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ जैसे राजनीतिक दिग्गज शामिल हैं. शाम 5 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार वोटिंग में सबसे फिसड्डी भोपाल की विधानसभा सीटें रहीं.
शाम 5 तक सबसे कम और ज्यादा वोटिंग कहां?
चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शाम 5 बजे तक सबसे ज्यादा वोटिंग रतलाम के सैलाना विधानसभा क्षेत्र में, 85.49 प्रतिशत, दर्ज की गई. राजगढ़ की खिलचीपुर विधानसभा सीट पर 84.17 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं सिवनी की बारघाट विधानसभा सीट पर 84.16 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. सबसे कम वोटिंग प्रतिशत भोपाल की विधानसभाओं में देखा गया. यहां भोपाल मध्य सीट पर सिर्फ 37.4 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं दक्षिण पश्चिम सीट पर 40.18 प्रतिशत, उत्तर सीट पर 43 प्रतिशत और नरेला में 43.45 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
2018 में कहां हुआ था सबसे अधिक मतदान?
2018 के विधानसभा चुनावों पर नजर डालें तो पिछली बार मध्य प्रदेश में 75 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था. पिछले चुनाव में सबसे अधिक वोटिंग महाकौशल इलाके में (80 प्रतिशत) हुई थी. वहीं बुंदेलखंड में 73.4 प्रतिशत, चंबल में 69.7 प्रतिशत, मालवा में 77.2 प्रतिशत और विंध्य प्रदेश में 72 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. 2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी जो 15 महीने बाद गिर गई थी और शिवराज सिंह चौहान की सत्ता में वापसी हुई थी.
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MP के पिछले पांच चुनावों का हाल
मध्य प्रदेश के पिछले पांच विधानसभा चुनावों का वोट प्रतिशत देखें तो यहां सबसे अधिक मतदान पिछली बार ही हुआ था. साल 1998 में यहां 60.21 प्रतिशत मतदान हुआ और कांग्रेस सत्ता में आई. 2003 में 67.25 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया और भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाई. साल 2008 में 69.78 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया और राज्य में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनी. 2013 में बीजेपी ने सत्ता में अपनी हैट्रिक लगाई और 72.13 प्रतिशत वोटिंग रिकॉर्ड की गई. पिछले चुनाव यानी 2018 में राज्य में कांग्रेस का वनवास खत्म हुआ और अब तक की सबसे ज्यादा 75.63 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई.