Madhya Pradesh Assembly Election 2023 : आज मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर जमकर वोटिंग (Madhya Pradesh Voting) देखने मिली है. लोकतंत्र के इस पर्व में मतदाताओं (Voters) ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इस में फर्स्ट टाइम वोटर्स (First Time Voters) के साथ-साथ दिव्यांगों (Disabled Voters) और बुजुर्ग मतदाताओं (Senior citizens Voters) का भी हौंसला देखने को मिला है. चुनाव आयोग ने ऐसे वोटर्स को जिम्मेदार नागरिक और लोकतंत्र का सच्चा सिपाही बताया है. इतना ही नहीं निर्वाचन आयोग ने ऐसे जागरुक वोटर्स के जज्बे को सलाम भी किया है. आइए प्रदेश के कुछ ऐसे लोकतंत्र के सच्चे सिपाहियों पर नजर दौड़ाते हैं.
1. इंदौर : हाथ नहीं तो पैरों से किया मतदान
इंदौर के विक्रम अग्निहोत्री ने दोनों हाथों से दिव्यांग हैं, लेकिन अपने बुलंद हौसले के साथ उन्होंने लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी की है. निर्वाचन आयोग ने इनके जज्बे को सलाम किया है.
2. रीवा : माता अंतिम संस्कार फिर किया मतदान
लोकतंत्र और मतदान में आस्था ऐसी कि अपनी माताजी की अंतिम संस्कार करने के पश्चात एक जिम्मेदार नागरिक होने का दायित्व निभाना नहीं भूले. रीवा जिले के त्योंथर के मलपार मतदान केंद्र पर अपनी माताजी के अंतिम संस्कार के पश्चात एक जागरूक मतदाता अपना वोट डालने पहुंचे थे.
3. भोपाल : कमजोर हड्डियों की दुर्लभ बीमारी, फिर भी निभायी जिम्मेदारी
असाधारण बीमारी के सामने भी नहीं झुका मतदान का जज्बा. ओस्टियोजेनेसिस इंपरफेक्टा नाम की कमजोर हड्डियों की दुर्लभ बीमारी से जूझ रहीं भोपाल की पूनम श्रोती ने उत्साह के साथ मतदान कर यह संदेश दिया कि जिंदगी में अगर हौसला है तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है.
4. नरसिंहपुर : आंखों का ऑपरेशन भी नहीं बना मतदान में बाधा
सभी बाधाओं को करके पार, मतदान करेंगे हर बार. इन्हीं लाइनों को सच साबित करते हुए नरसिंहपुर जिले के ग्राम बारहा बड़ा की 79 वर्षीय पेरा बाई दुबे ने पूरे उत्साह के साथ मतदान किया.
5. देवास : उम्र 100 के पार, फिर भी वोट डालने का उत्साह बरकरार
लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने में प्रदेश के बुजुर्ग मतदाता हमेशा उत्साहित रहे हैं. देवास जिले में 103 वर्षीय वरिष्ठ मतदाता मांगीलाल बेनीवाल ने परिवार के साथ मतदान किया.
6. शहडोल : जागरूक मतदाता भी, जिम्मेदार माता भी
मतदान को लेकर जागरूकता का सटीक उदाहरण शहडोल में देखने मिला. वार्ड नंबर 20 की निवासी सुरभि वर्मा ने पहले मतदान कर जागरूक मतदाता का फर्ज निभाया उसके बाद हॉस्पिटल पहुंचकर बेटी को जन्म दिया.
7. बुरहानपुर : सात समंदर पार से आकर निभाई जिम्मेदारी
जब बात अपने देश की और अधिकारों की हो तब सरहदें भी अपना कर्तव्य निभाने से नहीं रोक पाती. बुरहानपुर जिले के नेपानगर के मूल निवासी अपेक्षित और उनकी पत्नी ने अमेरिका से आकर मतदान किया.
8. सागर : हर बाधा को पार किया, आगे बढ़कर किया मतदान
हर वोट से लोकतंत्र सशक्त बनता है. इस बात को बेहतर ढंग से समझते हुए सागर के दिव्यांग मतदाता कृष्ण कुमार पटेल ने व्हीलचेयर के सहारे पोलिंग बूथ पहुंचे और मतदान किया.
9. इंदौर : लोकतंत्र की रोशनी
इंदौर की दिव्यांग मतदाता गुरदीप कौर वसु भले ही देखने और बोलने में असमर्थ हैं लेकिन उनके पास "लोकतंत्र की रोशनी और मतदान की आवाज" है. गुरदीप ने एक जिम्मेदार नागरिक की तरह पोलिंग बूथ पहुंचकर ब्रेल सहित EVM का उपयोग कर मतदान किया.
10. सौंसर : उम्र का शतक पूरा, लेकिन मतदान में दिखा युवा उत्साह
विधानसभा क्षेत्र सौंसर अंतर्गत 104 वर्षीय बुजुर्ग महिला मतदाता अनुसुईया दयाराम मस्के ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं दमोह जिले में 86 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता सिया रानी मतदान करने मतदान केंद्र पहुंचीं
11. नर्मदापुरम : व्हील चेयर से पहुंची मतदान करने
नर्मदापुरम जिले के इटारसी में 103 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता फूलवती बाई व्हील चेयर पर मतदान करने पहुंची थीं.
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