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Modi Cabinet 3.0 में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम फाइनल! पिता माधव के निधन के बाद कैसे शुरू की राजनीतिक करियर?

Jyotiraditya Scindia: 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया पांचवीं बार जीत हासिल कर लोकसभा पहुंचे हैं. सिंधिया ने साल 2001 में पिता माधवराव सिंधिया के निधन के बाद अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की. 

Modi Cabinet 3.0 में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम फाइनल! पिता माधव के निधन के बाद कैसे शुरू की राजनीतिक करियर?

Narendra Modi Swearing in Ceremony: नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रविवार, 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में कई राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे. पीएम के साथ कुछ चुनिंदा मंत्री भी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे, जिसके नाम सामने आए हैं. दरअसल, नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण से पहले मोदी मंत्रिमंडल के मंत्रियों के नामों को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं. दरअसल, 40 मंत्रियों के लिस्ट में शिवराज सिंह चौहान के अलावा ग्वालियर और सिंधिया राजघराने के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का नाम भी शामिल है. कांग्रेस से भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजनीतिक सफर की शुरुआत 2002 में की थी. उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत पिता माधवराव सिंधिया के निधन के बाद की थी. 

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2002 में पहली बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे ज्योतिरादित्य सिंधिया

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हार्वर्ड कॉलेज, हार्वर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक किया. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए डिग्री हासिल की. वहीं पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने एक बैंकर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की.  हालांकि 30 सितम्बर, 2001 को पिता माधवराव सिंधिया की एक विमान हादसे में आकस्मिक निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी राजनीति दुनिया में कदम रखना पड़ा और उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. जिसके बाद सिंधिया 2002 में अपने पिता की सीट गुना से उप चुनाव लड़ा और पहली बार संसद पहुंचे. 

ऐसा रहा ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीतिक सफर

मई 2004 में फिर इसी सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लड़े और एक बार फिर सांसद बन सदन पहुंचे. वहीं सिंधिया को 2007 में केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्री परिषद में शामिल किया गया. इसके बाद 2009 में हुए चुनाव में वह लगातार तीसरी बार गुना सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचे और इस बार उन्हें वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री बनाया गया.

मोदी कैबिनेट में नागरिक उड्डयन मंत्रालय मिला

2014 में सिंधिया गुना से फिर चुने गए थे, लेकिन 2019 में उन्हें बीजेपी के डॉ. कृष्णपाल सिंह यादव से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद सिंधिया ने 2020 में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए और भाजपा के टिकट पर राज्यसभा में पहुंच गए. इसके बाद 2021 में हुए मोदी कैबिनेट के विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय सौंपा गया.

साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया भारी बहुमत से जीत हासिल कर पांचवीं बार संसद पहुंचे. केंद्र में आज मोदी सरकार की नई पारी शुरू होने जा रही है और केंद्रीय मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश के संभावित नामों से विदिशा सांसद शिवराज सिंह के साथ गुना-शिवपुरी सांसद सिंधिया का नाम सबसे ऊपर है. 

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