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30 दिन, 337 परिवार... SP के अथक प्रयास से मऊगंज के वीरान आंगनों में लौटी खुशियां

Return missing families in Mauganj: मउगंज के 337 परिवारों के लिए एसपी वीरेंद्र जैन वरदान साबित हुए हैं. एसपी द्वारा चलाए गए अभियान के तहत महज 30 दिनों में 337 परिवारों से लापता लोगों को तलाश कर फिर से घर वापस लाया गया है. वहीं SP के इस प्रयास से वीरान आंगन में खुशियां और परिजनों के चेहरे में मुस्कान लौट आई है.

30 दिन, 337 परिवार... SP के अथक प्रयास से मऊगंज के वीरान आंगनों में लौटी खुशियां

Mauganj News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नवगठित जिला मऊगंज (Mauganj) 4 मार्च, 2023 को रीवा (Rewa) से अलग होकर अस्तित्व में आया. वहीं नए जिले के गठन के बाद कलेक्टर और एसपी को मऊगंज का कार्यभार सौंपा गया. पहले कलेक्टर के रूप में सोनिया मीना को पद मिला, लेकिन महज 4 घंटे में ही उन्हें हटाकर अजय श्रीवास्तव को कलेक्टर बना दिया गया, जबकि वीरेंद्र जैन को बतौर एसपी दायित्व सौंपा गया. दायित्व मिलने के बाद एसपी वीरेंद्र ने बखूबी लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ा.

इस दौरान उन्होंने जनजागरुकता का अभियान चलाकर लोगों को कानून से अवगत कराया. इतना ही नहीं अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर अपराधों पर अंकुश लगाना भी उनकी प्राथमिकताओं में रहा. 

मउगंज के 337 परिवारों के लिए वरदान साबित हुए SP वीरेंद्र जैन

ऐसा ही एक और अभियान मऊगंजवासियों के लिए अभिशाप से वरदान साबित हुआ है. दरअसल, मऊगंज पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन के द्वारा अथक प्रयास से जिले में विशेष अभियान चलाया गया. इस अभियान के तहत पुलिस ने 337 गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश कर परिजनों को सौंप दिया गया है.

पुलिस के इस अथक प्रयास से 337 परिवारों में फिर से खुशियां लौट आई हैं.

मऊगंज के रहनवासियों ने पुलिस की इस सफलता को काफी सराहा है. साथ ही गुमशुदा लोगों को परिजनों को सौंपने के बाद उनलोगों ने पुलिस का आभार जताया है.

पुलिस ने जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से गुम हुए 337 व्यक्तियों को दस्तयाब किया, जिसमें 6 किशोरी भी शामिल है. इसके बाद पुलिस ने 30 दिनों के अंदर ही 337 व्यक्तियों को तलाश कर एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. बता दें कि इस अभियान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुराग पाण्डेय और एसडीओपी अंकित सूल्या भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

30 दिनों में 337 गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश की गई

पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन द्वारा समीक्षा मीटिंग में जिले के लंबित गुमइंसानों की तलाश करने के लिए निर्देश दिए गए थे.  वहीं मऊगंज पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन ने इस आदेश को गंभीरता से ली और जिले के सभी थाना प्रभारियों को गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश के निर्देश दिए. जिसके बाद पुलिस ने अभियान चलाकर 30 दिनों के अंदर ही 337 गुमशुदा व्यक्तियों को खोज निकाला. 

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दूसरे राज्यों से लोगों को तलाश कर पुलिस ने परिवार को सौंपा

थाना नईगढी के गुमइंसान क्रमांक 22/24 परिवार को बिना बताये घर से कही चला गया था. वहीं लापता होने के बाद परिजनों ने उच्च न्यायालय जबलपुर में हैबियस कार्पस लगाया. हालांकि एसपी के आदेश के बाद टीम का गठन किया गया और गुमशुदा को बैंगलोर से तलाश कर परिजनों को सौंप दिया गया. इधर, थाना हनुमना के गुमइंसान क्रमांक. 216/24 को 72 घंटे के अंदर हरियाणा से तलाश कर परिवार वालों तक पहुंचाया गया. बता दें कि युवती घर पर बिना बताये कहीं चली गई थी. 

इसके अलावा थाना शाहपुर के गुमइंसान क्रमांक 146/24 को गुम होने के 24 घंटे के अन्दर पुलिस के ने खोजबीन कर परिवार को सौंप दिया. बता दें कि गुमशुदा बालिका की उम्र 9 से 14 साल थी. वहीं थाना मऊगंज के गुमइंसान क्रमांक 40/24 को मथुरा से तलाश कर पुन: घर लाया गया.

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