Mahakal New Year 2026 Darshan: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में नए साल 2026 पर बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों के आने की संभावना है. इसे देखते हुए मंदिर प्रशासन ने गुरुवार से 12 दिनों के लिए मंदिर की विशेष दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया है. अब 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक महाकाल की भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग बंद कर दी गई है. वहीं 1 जनवरी को भस्म आरती के केवल चलित दर्शन ही हो सकेंगे.
दरअसल, नए वर्ष 2026 के मौके पर महाकाल मंदिर उज्जैन में दर्शन के लिए देशभर से करीब 15 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. इनमें से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भस्म आरती के दर्शन करना चाहते हैं, लेकिन सभी की बुकिंग कराकर दर्शन कराना संभव नहीं है. इसी को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक ऑनलाइन बुकिंग बंद करने का निर्णय लिया है. वहीं 1 जनवरी के लिए भस्म आरती की ऑफलाइन अनुमति भी नहीं दी जाएगी. हालांकि श्रद्धालु चलित भस्म आरती के दर्शन कर सकेंगे.
चलित भस्म आरती में शामिल हो सकेंगे श्रद्धालु
महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग ब्लॉक कर दी गई है. 1 जनवरी को भस्म आरती की ऑफलाइन अनुमति भी नहीं दी जाएगी. श्रद्धालुओं के लिए चलित भस्म आरती खुली रहेगी. यानी श्रद्धालुओं को पहले से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी, वे सुबह लाइन में लगकर भस्म आरती के दर्शन कर सकेंगे.
ऐसी रहेगी प्रवेश व्यवस्था
नव वर्ष 2026 पर भीड़ नियंत्रण और दर्शन में किसी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सामान्य दर्शन, शीघ्र दर्शन टिकट और प्रोटोकॉल के तहत आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग द्वार तय किए गए हैं. भस्म आरती के दौरान श्रद्धालुओं को तीन अलग-अलग द्वारों से प्रवेश दिया जाएगा.
श्रद्धालुओं को यहां से मिलेगा प्रवेश
- सामान्य दर्शनार्थी: त्रिवेणी संग्रहालय द्वार से महालोक मानसरोवर मार्ग होते हुए
- 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट धारक: बड़ा गणेश मंदिर के सामने स्थित निर्गम द्वार से
- उज्जैन के स्थानीय श्रद्धालु: शहनाई गेट से
- VIP श्रद्धालु (प्रोटोकॉल): नीलकंठ द्वार से
- अनुमतिधारी प्रोटोकॉल श्रद्धालु, पुजारी व पुरोहितों के यजमान: शहनाई गेट से
- चलित भस्म आरती दर्शनार्थी: सुबह 4:30 से 5:30 बजे तक त्रिवेणी संग्रहालय द्वार व बड़ा गणेश मंदिर के सामने से, मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर मार्ग से प्रवेश करेंगे.