MP News: मध्य प्रदेश के बालाघाट शहर के वार्ड नंबर 33 (गायखुरी) में वार्ड को नशा मुक्त बनाने के लिए वार्ड की महिलाओं ने रात्रि में अब पहरा देना शुरू कर दिया है. वार्ड की किशोरी, बालिका और महिलाओं के साथ बुजुर्ग महिलाएं भी इस काम में जुटी हैं. महिलाओं का कहना है कि जिस प्रकार वह रात में गस्त कर पहरा दे रही हैं उसी प्रकार पुलिस को भी रात में यहां गस्ती कर शराबियों को रोकना चाहिए.
नगरी क्षेत्र के नदी के किनारे लगे वार्ड क्रमांक 33 में एक महीने से वार्ड की महिलाएं रतजगा कर शराब और शराबियों के खिलाफ लाठी लेकर रखवाली कर रही हैं. किसी के हाथ में हॉकी तो किसी के बाल हाथ में बेसबॉल का बल्ला, कई महिलाएं लट्ठ लेकर गस्त कर रही हैं. वार्ड की सभी महिलाएं देर रात 7:00 बजे से लेकर रात्रि करीब 12:00 बजे तक नदी के किनारे भ्रमण करती हैं.
इसलिए परेशान हैं महिलाएं
दरअसल, वार्ड में बढ़ती नशाखोरी और जगह-जगह शराब बिक्री से घरों में शराब के नशे से बढ़ रही कलह से महिलाएं परेशान हैं. यही नहीं बल्कि नदी के किनारे अक्सर लोग शराब का सेवन करने आते हैं और यहां से गुजरने के दौरान अश्लील गाली-गलौज करते हैं. इस वजह से महिलाओं को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता था. इसके बाद महिलाओं ने नदी किनारे और गांव में शराबबंदी को लेकर सामूहिक निर्णय लिया. इसको लेकर एक माह पहले उन्होंने गांव से कलेक्ट्रेट तक मोर्चा निकाला और गांव में शराबबंदी को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था. इस मोर्चे के बाद से महिलाएं समूह बनाकर लगातार यहां रात में पहरा देती हैं.
शराब पीने वालों की खैर नहीं...
रात के वक्त हाथ में लट्ठ ओर टार्च लेकर निकली महिलआएं नदी किनारे और गांव के संभावित क्षेत्र में शराब पीने वालों को पकड़ती हैं. इससे शराब पीने वालों में काफी दहशत व्याप्त है. महिलाओं का कहना है कि ऐसी अनूठी पहल सभी जगह होना चाहिए ताकि शराबियों का आतंक समाप्त हो सके. उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि पुलिस प्रशासन क्षेत्र में गस्ती कर शराबियों पर अंकुश लगाए.
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