![नर्मदापुरम ज़िले की चारों विधानसभा में कांटें की टक्कर, जानिए कौन किसके खिलाफ? नर्मदापुरम ज़िले की चारों विधानसभा में कांटें की टक्कर, जानिए कौन किसके खिलाफ?](https://c.ndtvimg.com/2023-11/10e9bad8_mp_625x300_14_November_23.jpeg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Madhya Pradesh Assembly Election 2023: नर्मदापुरम (Narmadapuram) ज़िले में चार विधानसभा आती हैं इस बार ज़िले की सबसे हॉट सीट होशंगाबाद-इटारसी (Hoshangabad-Itarsi) विधानसभा बन गई हैं. साल 2023 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जहां एक तरफ दो सगे भाई आमने-सामने हैं तो वही एक निर्दलीय भी दोनों भाइयों को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहा है. होशंगाबाद सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होता नजर आ रहा है.
होशंगाबाद विधानसभा में शर्मा परिवार का कब्जा है. इस सीट से डॉक्टर सीता सरन शर्मा को BJP ने एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं, कांग्रेस में हाल ही में गए पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया हैं. गौरतलब हो कि दोनों सगे भाई हैं. वहीं BJP से टिकट मांग रहे पूर्व जनपद सदस्य भगवती चोरे ने निर्दलीय नामांकन भर ताल ठोंकी है. साल 2018 में भी इस सीट का मुकालबा बड़ा रोचक था. डॉक्टर सीता सरन शर्मा के गुरु कहे जाने वाले सरताज सिंह से मुकाबला था हालांकि उस समय गुरु कम चेला शक्कर निकल गए और जीत हासिल की. वहीं, इस बार इस सीट को मध्य प्रदेश की सबसे हॉट सीट में गिना जाने लगा हैं. इस बार इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. विधानसभा चुनाव 2018 में उन्होंने प्रदेश की राजनीति में अजेय योद्धा माने जाने वाले कांग्रेस के बाबू सरताज सिंह को 15 हजार 217 मतों से हराया था.
साल 2008 के बाद भौगोलिक रूप से बदलाव हुआ. इसके बाद से शर्मा परिवार की नर्मदापुरम की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका रही है. कुल 2,13,445 मतदाता इसमें मौजूद हैं, जिनमें 109270 पुरुष, 104149 महिलाएं और 16 अन्य शामिल हैं. इस सीट पर ब्राह्मण और कुर्मी समाज के मतदाताओं का सबसे ज़्यादा प्रभाव है. BJP ने 2008 के बाद से होशंगाबाद सीट पर लगातार कब्जा बनाए हुए हैं.
इस सीट पर शुरू से BJP का रहा कब्ज़ा
होशंगाबाद सीट के राजनीतिक इतिहास पर नजर डालें तो BJP का यहां पर कब्जा रहा है. 1990 के बाद के चुनाव में BJP अब तक 5 बार चुनाव जीत चुकी हैं. जबकि कांग्रेस के खाते में 2 बार ही जीत आई है. कांग्रेस को यह जीत 1993 और 1998 के चुनाव में मिली थी. हालांकि इसके बाद जीत कभी भी कांग्रेस के पक्ष में नहीं गई.
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2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो होशंगाबाद सीट पर कुल 14 उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पेश की थी. लेकिन कई सीटों की तरह यहां पर भी BJP और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला हुआ. BJP के डॉक्टर सीताशरण शर्मा को 82,216 वोट मिले तो कांग्रेस के सरताज सिंह के खाते में 66,999 वोट आए. नोटा के पक्ष में 1,369 वोट आए जो कुल वोट हासिल करने के मामले में चौथे स्थान पर रहा. तब के चुनाव में होशंगाबाद सीट पर कुल 2,04,073 वोटर्स थे जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,07,369 थी तो महिला वोटर्स की संख्या 96,682 थी. इनमें से कुल 1,55,716 (77.0%) वोटर्स ने वोट डाले.
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