विज्ञापन
This Article is From Dec 06, 2023

Anuppur Election Results 2023: अनूपपुर में कैसे बदल गया सियासी समीकरण? इस बार BJP ने मार ली बाजी

पिछले विधानसभा चुनाव, यानी विधानसभा चुनाव 2018 में मध्य प्रदेश में 114 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खाते में 109 सीटें आई थीं. बाद में कांग्रेस ने 121 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल के सामने पेश किया और कमलनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली. लेकिन डेढ़ साल में ही राज्य में नया राजनीतिक तूफ़ान खड़ा हो गया.

Anuppur Election Results 2023: अनूपपुर में कैसे बदल गया सियासी समीकरण? इस बार BJP ने मार ली बाजी
अनूपपुर विधानसभा सीट पर 20 हज़ार वोटों से जीती BJP, कोंग्रस को मिली करारी हार

Anuppur Election Results 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) राज्य में विंध्य प्रदेश क्षेत्र के अनूपपुर जिले में अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र है, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. अनूपपुर ज़िले में इस बार भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है. BJP प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह को कुल 77110 वोट मिले. वहीं, कांग्रेस से रमेश कुमार सिंह को मैदान में उतारा गया था जिन्हें कुल 56691 वोट मिले. दोनों उम्मीदवारों के वोटों में 20419 का फासला है. बात करें बहुजन समाज पार्टी की तो, BSP ने इस सीट पर सुदामा कोल को उतारा था जिन्हें 2480 मिले और उन्हें 74630 वोटों से करारी हार का सामना करना पड़ा. 

पिछले चुनावों में कांग्रेस पार्टी को मिली थी जीत 

पिछले विधानसभा चुनाव, यानी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल मिलाकर 164248 मतदाता थे, जिन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी बिसाहूलाल सिंह "ई" को 62770 वोट देकर जिताया था. उधर, BJP उम्मीदवार रामलाल रौतेल को 51209 वोट हासिल हो सके थे, और वह 11561 वोटों से हार गए थे. पिछली बार के चुनावों में अनूपपुर सीट पर सियासी समीकरण एकदम उल्टा था. कांग्रेस ने जीत हासिल करते हुए BJP को 11561 वोटों से हराया था. इस बार के चुनावों में जनता ने BJP पर भरोसा दिखाया और BJP प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह को जीत दर्ज करवाई. 

ये भी पढ़ें - ADR Report : सुनो, सुनो, सुनो… मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा में बैठेंगे 205 मालदार और 124 दागदार ‘माननीय'

पिछले विधानसभा चुनाव, यानी विधानसभा चुनाव 2018 में मध्य प्रदेश में 114 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खाते में 109 सीटें आई थीं. बाद में कांग्रेस ने 121 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल के सामने पेश किया और कमलनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली. लेकिन डेढ़ साल में ही राज्य में नया राजनीतिक तूफ़ान खड़ा हो गया, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक 22 विधायकों के साथ BJP में शामिल हो गए. इससे BJP के पास बहुमत हो गया और शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मुख्यमंत्री बन गए. हालांकि इसके बाद राज्य में 28 सीटों पर उपचुनाव हुए और BJP 19 सीट जीतकर मैजिक नंबर के पार जा पहुंची थी. 

ये भी पढ़ें - Election Result: विधानसभा के लिए चुने गए भाजपा सांसदों ने लोकसभा से दिया इस्तीफा, इन में तीन मंत्री भी हैं शामिल


 

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close