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Kubereshwar Dham: कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कांवड़ यात्रा पर सवाल; DJ ऑपरेटर्स के खिलाफ FIR दर्ज

Kubereshwar Dham Stampede: कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा छह अगस्त को सीवन नदी से लेकर कुबेरेश्वर धाम तक 11 किलोमीटर की विशाल कांवड़ यात्रा निकाली गई, इसमें शामिल होने के लिए प्रदेश सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालु यहां पहुंचे थे, लेकिन जितनी संख्या में लोग यहां आए उनके लिए धाम प्रबंधन समिति द्वारा ठहरने, भोजन, शौचालय और पीने के पानी के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए.

Kubereshwar Dham: कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कांवड़ यात्रा पर सवाल; DJ ऑपरेटर्स के खिलाफ FIR दर्ज
Kubereshwar Dham Stampede:

Kubereshwar Dham Stampede; Pradeep Mishra Kanwar Yatra: मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग (MPHRC) ने सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में इस सप्ताह के शुरू में मची भगदड़ में दो लोगों की मौत होने की मीडिया में आई खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी से मामले की जांच करने को कहा है. वहीं कांवड़ यात्रा में शामिल डीजे ऑपरेटर्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. इसके साथ ही कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कांवड़ यात्रा में शामिल हुए श्रद्धालुओं की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को सुबह यहां कुबरेश्वर धाम में उत्तर प्रदेश के एक युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई और दोपहर को फिर अचानक से दिल्ली के एक व्यक्ति के मौत की खबर सामने आ गई. इसके पूर्व बुधवार को ही यहां 3 मौतें हुई थी, जबकि मंगलवार को धाम में रुद्राक्ष वितरण के दौरान भगदड़ में दबकर गुजरात की दो महिलाओं की मौत हो गई थी, मौतों का आंकड़ा 7 तक पहुंच गया है. बीते तीन दिनों में यहां कुछ सात लोगों की मौत हो चुकी है, और अभी बड़ी संख्या में धाम परिसर में लोग मौजूद हैं.

क्या है मामला?

कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा छह अगस्त को सीवन नदी से लेकर कुबेरेश्वर धाम तक 11 किलोमीटर की विशाल कांवड़ यात्रा निकाली गई, इसमें शामिल होने के लिए प्रदेश सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालु यहां पहुंचे थे, लेकिन जितनी संख्या में लोग यहां आए उनके लिए धाम प्रबंधन समिति द्वारा ठहरने, भोजन, शौचालय और पीने के पानी के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए. इस बदइंतजामी के कई श्रद्धालु शिकार हो गए. जबकि बड़े आयोजनों के दौरान यहां रूद्राक्ष वितरण पर पाबंदी है, बावजूद इसके प्रबंधन समिति द्वारा काउंटर से रूद्राक्ष बांटे जा रहे थे, रूद्राक्ष लेने के लिए भगदड़ हुई और इस भगदड़ में 2 महिलाएं मारी गई थी. अब तक 7 श्रद्धालुओं की मौत हुई है.

श्रद्धा का ये आयोजन हाईवे पर भी कहर बन गया. इंदौर-भोपाल हाईवे पर 18 किलोमीटर लंबा जाम. 20 घंटे तक गाड़ियां रेंगती रहीं.
Kubereshwar Dham: डीजे ऑपरेटर्स के खिलाफ FIR दर्ज

Kubereshwar Dham: डीजे ऑपरेटर्स के खिलाफ FIR दर्ज

इन DJ ऑपरेटर्स के खिलाफ FIR

कोतवाली पुलिस सीहोर द्वारा बिना अनुमति के तेज आवाज में डीजे बजाकर ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले एवं वाहनों पर उनके आकार से कई अधिक बड़े-बड़े साउंड सिस्टम लगाकर राजमार्ग अवरुद्ध कर यातायात बाधित करने वाले 8 डीजे संचालको पर कार्यवाही की गई है. यात्रा के कारण हाईवे पर अधिक ट्रैफिक था ऐसे में कुछ डीजे संचालक ध्वनि तीव्रता की निर्धारित सीमा से अधिक आवाज में डीजे बजा रहे थे एवं वाहनों पर उनके आकार से कई अधिक बड़े-बड़े साउंड सिस्टम लगाकर यातायात बाधित कर रहे थे. 8 डीजे जप्त कर उनके विरुद्ध मध्य प्रदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया. बताया जा रहा है कि डीजे संचालकों के बीच ज्यादा तेज आवाज में साउंड बजाने का कंपटीशन यहां चल रहा था.

इनकी मौते हुई

सीहोर जिले के जनसंपर्क अधिकारी देवेंद्र ओगारे ने बताया कि रुद्राक्ष वितरण और कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेने आए दिल्ली के खेड़ा कला निवासी अनिल (40) और उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निवासी उपेंद्र गुप्ता (22) की दिन में मौत हो गई. रुद्राक्ष वितरण के दौरान मंगलवार को दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. इनमें गुजरात के राजकोट की जसवंती बेन (56) और उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद की संगीता गुप्ता (48) शामिल थीं. वहीं बुधवार को मिश्रा की अगुवाई वाली इस कांवड़ यात्रा के दौरान तीन और श्रद्धालुओं की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान छत्तीसगढ़ के दिलीप सिंह (57), गुजरात के चतुर सिंह (50) और हरियाणा में रोहतक के ईश्वर सिंह (65) के रूप में हुई है.

कांग्रेस के सवाल

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि "किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि किसी की जान के साथ खिलवाड़ करें. सभी का घर परिवार होता है, जनहानि के बाद परिवार पर क्या बीतती है यह परिवार जानता है. मैं समझता हूं इसमें सरकार और पंडित प्रदीप मिश्रा को समन्वय करने की जरूरत है कि कैसे समितियों के माध्यम से सुरक्षा को पुख्ता करें ताली दोबारा घटना ना हो. हिंदुस्तान में धर्म के प्रति आस्था वह खत्म नहीं हो सकती इसलिए सुरक्षा हमें बढ़ानी होगी.

बीजेपी ने क्या कहा?

कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि "जहां तक व्यवस्थाओं की बात है वहां बहुत ज्यादा लोगों का आना शुरू हो गया है. भक्त बड़ी संख्या में वहां पहुंचते हैं. रुद्राक्ष जहां मिलता है उस स्थान पर भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. ऐसे में थोड़ी सी व्यवस्था गड़बड़ हो रही है. मैं भी चाहता हूं कि प्रशासन इसकी जवाबदारी ले कि वह वहां टाइट सिक्योरिटी रखें ताकि इस प्रकार की जनहानि वहां कभी ना हो. किसी भी धार्मिक स्थल पर लोग जाते हैं क्योंकि धर्म में लोगों की अटूट आस्था होती है लेकिन इसमें अनुशासन की आवश्यकता है कि वह इस प्रकार की व्यवस्था को संभाले लॉ एंड ऑर्डर को संभाले."

मानव अधिकार आयोग ने मांगा जवाब

इस बीच, मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग (एमपीएचआरसी) ने कुबेरेश्वर धाम में इस सप्ताह के शुरू में मची भगदड़ में मौत होने की मीडिया में आई खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी से मामले की जांच करने को कहा. आयोग ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को 15 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है. आयोग ने कार्यक्रम के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों का विवरण भी मांगा है.

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