
MP Assembly Election 2023: केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने शुक्रवार को कहा कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ (Kamal Nath) के निर्वाचन क्षेत्र के एक गांव का विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करना "वंशवाद की राजनीति" के खिलाफ "विद्रोह का सबसे बड़ा उदाहरण" है.
'वंशवाद की राजनीति के खिलाफ विद्रोह है'
प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) ने एएनआई से बात करते हुए कहा, "छिंदवाड़ा (Chhindwara) जिले में एक शाहपुरा (Shahpura) गांव है जहां बीजेपी के लिए शून्य वोट हुआ करते थे. अब, उस गांव ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. यह वंशवाद की राजनीति के खिलाफ विद्रोह है."
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कमलनाथ (Kamal Nath) छिंदवाड़ा (Chhindwara) विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं और उनके बेटे, नकुल कमलनाथ, छिंदवाड़ा से लोकसभा सांसद हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा ने वंशवाद की राजनीति से मुक्ति का निर्णय ले लिया है.
प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा, ''छिंदवाड़ा (Chhindwara) वंशवाद की राजनीति से आहत है और अब उसने बदलाव का फैसला कर लिया है... मैं बार-बार कहता था कि कमलनाथ (Kamal Nath) चुनाव हार जाएंगे. तब मुझे नहीं पता था कि लोग उस गांव में चुनाव का बहिष्कार करेंगे. बगावत का इससे बड़ा उदाहरण कोई नहीं हो सकता कि पूर्व मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में आने वाले गांव में एक भी वोट नहीं पड़ा.''
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कमलनाथ बोले- मुझे जनता पर भरोसा है
शुक्रवार को हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना वोट डालने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए, कमलनाथ ने कहा, "मुझे सही विकल्प चुनने के लिए लोगों पर भरोसा है. मुझे जनता पर भरोसा है कि वह सच्चाई का साथ देगी."
मध्य प्रदेश में सभी 230 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुक्रवार को संपन्न हुआ और चुनाव आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 76.22 प्रतिशत मतदान हुआ. राज्य ने 2018 विधानसभा चुनावों के मतदान प्रतिशत को पीछे छोड़ दिया है, जब यहां 74.97 प्रतिशत मतदान हुआ था.