Madhya Pradesh Election 2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर हुई वोटिंग (Madhya Pradesh Voting) खत्म हो गई, लेकिन कुछ जगहों से मतदान के बहिष्कार की खबरें ने चिंता बढ़ाई है. मसलन- छिंदवाड़ा विधानसभा के शहपुरा में 1% ही मतदान हुआ. इसकी वजह ग्रामीणों की नाराजगी बताई जा रही है. यहां के शहपुरा गांव में दोपहर 3 बजे तक एक भी मतदाता ने वोट नहीं डाला. छिंदवाड़ा के इस केंद्र के अलावा प्रदेश में कई अन्य जगहों पर चुनावी बहिष्कार देखने को मिला है. आइए देखते हैं कहां-कहां अधिकारी वोटर्स को समझा नहीं पाए.
छिंदवाड़ा
छिंदवाड़ा विधानसभा क्रमांक 126 के मतदान केंद्र 165 शासकीय शाला शाहपुरा में कुल मतदाता 1062 हैं, इन सभी मतदाताओं ने 3 बजे तक एक भी वोट नहीं डाला है. पीठासीन अधिकारी ने बताया कि अधिकारियो ने ग्रामीणों से मतदान की गुजारिश कि लेकिन अभी तक कोई भी वोट देने नहीं आया है. शाहपुरा मतदान केंद्र में 548 पुरुष और 514 महिला मतदाता है.
ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है. आपको बता दे शहपुरा गांव कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. यहां पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 90% से ज्यादा वोट मिले थे. ग्रामीणों के बहिष्कार से कांग्रेस और कमलनाथ को झटका लग सकता है.
मुरैना
मुरैना जिले के बड़ापुरा मतदान केंद्र पर मतदाताओं ने बहिष्कार किया. मुरैना जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत मेहटोली में बड़ापुरा आता है, यहां के मतदान केंद्र में दोपहर 1:00 बजे तक एक भी मतदाता नहीं पहुंचा था. बड़ापुरा मतदान केंद्र पर 750 मतदाताओं का मतदान होना था. यहां के मतदाताओं की मांग है, उनके गांव में प्राथमिक विद्यालय शुरु किया जाए.
छतरपुर
छतरपुर की बड़ा मलहरा विधानसभा की ग्राम पंचायत सिमरिया के समेरठा के रहवासियों ने मतदान केंद्र पर बहिष्कार किया. इस बहिष्कार के पीछे की वजह बताई जा रही है कि देश को आजाद हुए 70 साल से ज्यादा हो गए हैं लेकिन आज भी यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं. इस वजह से इन लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि जब हमें सुविधाएं नहीं मिल रही हैं तो हम वोट डालने क्यों जाएं? हालांकि जानकारी लगते ही घुवारा तहसीलदार ऋतु सिंघई ने ग्रामीणों की समझाइश दी जिसके बाद लोगों अपना मतदान देना शुरू किया.
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