
Madhya Pradesh News Today: जबलपुर में ओपन कैप में से करोड़ों रुपए की धान गायब होने का मामला सामने आया है. इस मामला में वेयर हाउसिंग और लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन की शिकायत पर पुलिस ने गुजरात की गो ग्रीन कंपनी के सीईओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. दरअसल, गो ग्रीन कंपनी ने ही कॉर्पोरेशन से अनुबंध किया था कि वह धान को हृदयनगर स्थित ओपन कैप में रखकर उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी वहन करेगी. लेकन, ओपन केप से करीब दो करोड़ रुपए की धान गायब हो गई. अब इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस जल्द ही इस मामले में कंपनी के सीईओ संतोष साहू को गिरफ्तार कर सकती है.
काम में लापरवाही बरतने का है आरोप
दरअसल, गोसलपुर थाने में मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक शिकायत की थी कि साल 2021-22 में जिले के ओपन कैप धान भंडारण के लिए पीएमएस योजना के तहत मेसर्स गो-ग्रीन वेयर हाउस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा कॉर्पोरेशन से अनुबंध कर भंडारण करार किया था. धान के भंडारण और उसकी सुरक्षा का दायित्व कंपनी का था. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कंपनी के डायरेक्टर और सीईओ ने जानबूझकर अनुचित लाभ कमाने के उद्देश्य से गंभीर लापरवाही बरती, जिससे ओपन कैप में भंडारित धान खराब हो गई.
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ढाई करोड़ कीमत की थी धान
कॉर्पोरेशन के अधिकारियों की मानें तो हृदय नगर गांव के ओपन कैप में 19 अक्टूबर 2023 को कुल 7390 मीट्रिक टन धान भंडारित थी, जिसमें से 5916 मीट्रिक टन धान की ही निकासी हुई. बाकी की 1326 मीट्रिक टन धान को खुर्दबुर्द कर दिया गया, जिससे शासन को बड़े पैमाने पर क्षति पहुंची है. इस मामले में पुलिस ने धारा 406,409 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है. जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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