
मध्य प्रदेश के जबलपुर में सोमवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई. यह तिरंगा यात्रा नर्मदा की लहरों के बीच निकाली गई. दरअसल, अखंड भारत की स्थापना के लिए कई देशभक्त भारत का तिंरगा हाथों में थामे नर्मदा की लहरों के बीच तैरते हुए करीब 15 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा निकाली. स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले निकली इस अखंड भारत यात्रा में सैकड़ों की संख्या में देशभक्त शामिल हुए. बता दें कि इस तिरंगा यात्रा को जिलहरी घाट से तिलवारा घाट तक निकाली गई.

नर्मदा की लहरों के बीच निकाली गई तिरंगा यात्रा
नर्मदा यात्रा के आयोजक विवेक यादव ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से यह नर्मदा यात्रा निकाली जा रही है. इसका उद्देश्य है कि 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था. जिसकी हम सबको खुशी है, लेकिन 14 अगस्त की विभीषिका भी हमने देखी है. ऐसा विश्व में कहीं नहीं हुआ. जब आजादी के लिए देश बांट दिया गया. उन्होंने कहा कि आगे हमारा देश अखंड रहे, सुरक्षित रहे. भारत के युवा, बच्चे, महिलाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना बढ़े इसलिए इस यात्रा को निकाला जा रहा है. विवेक यादव ने कहा कि इस यात्रा में बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक इस यात्रा में शामिल हुए.

15 किलोमीटर तक निकाली गई तिरंगा यात्रा
जान को जोखिम में डाल कर तिरंगा यात्रा निकाली गई
तैराकी संघ के जिला अध्यक्ष दीपक असरानी ने कहा कि मध्यप्रदेश के जबलपुर और उसके चारों ओर के जिलों में हो रही भारी बारिश के कारण नर्मदा नदी का प्रवाह अत्याधिक तीव्र है. पिछले दिनों बरगी बांध के 19 गेट भी जल निकासी के लिए खोले गए हैं जिससे नर्मदा के आसपास के तटीय क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं. इस दौरान कोई नर्मदा नदी में गिर जाए तो उसका मिलना नामुमकिन होता है, लेकिन इन युवाओं की टोली नर्मदा की गति को चुनौती देते हुए अखंड भारत की कल्पना को साकार करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर नर्मदा यात्रा कर रही है.
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