
MP News In Hindi: प्रयागराज से नागपुर जा रही स्लीपर कोच सड़क हादसे का शिकार हो गई. 9 लोगों की मौत और 24 से अधिक बस यात्रियों के घायल होने के बाद कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं. सतना-मैहर रोड के बीच NDTV ने पड़ताल कि तो पता चला अभी-भी सड़क के किनारों पर एक नहीं कई जगह अवैध पार्किंग लगी है. बड़े-बड़े भारी वाहन सड़क के सटकर खड़े हुए हैं.
नियम विरूद्ध वाहन को पार्क करके रखा था
मैहर जिले में हुए दर्दनाक हादसे की शुरुआती जांच में यह पता चला कि हाईवा चालक ने नियम विरूद्ध वाहन को पार्क करके रखा था. दूसरे वाहन को साइड देने के चक्कर में बस पत्थर लोड ट्रक से टकराई और पल भर में छह लोगों ने दम तोड़ दिया. इसके बाद तीन लोगों ने अस्पताल में अंतिम सांस ली. हादसे के बाद उम्मीद थी कि हाईवे पर होने वाली अवैध पार्किंग पर कोई कार्रवाई होगी. मगर, घटना से किसी जिले ने सबक नहीं लिया. न तो मैहर जिला प्रशासन जागा और न ही सतना के अफसरों की नींद खुली.
मेन रोड में ही खड़ा कर देते हैं वाहन
राजमार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग में भारी वाहनों के पार्किंग का ठिकाना बन गया. इससे न केवल छोटे वाहनों बल्कि आम जनता को मौके से गुजरने में परेशानी हो रही है. सतना-रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग में ही आधा सैकड़ा से अधिक ट्रक, डंपर और हाइवा पार्क दिखाई दे रहे हैं. सड़क किनारे खड़े होने से अन्य वाहनों को निकालने में समस्या हो रही है. इस ओर रोजाना परिवहन विभाग की नजर भी जाती है, लेकिन नाम मात्र की कार्रवाई के बाद मामला शांत हो जाता है.
यहां हो रही भारी वाहनों की पॉर्किंग
जिले में पन्ना नाका, सेमरिया चौक, रीवा-मैहर मोड, कोठी मोड़ सहित ढाबों के आसपास अन्य स्थानों पर सड़क के किनारे भारी वाहन खड़े मिल जाते हैं. इसके कारण 80 फीट चौड़ी सड़क भी 40 फीट की बनकर रह जाती है, जिसके कारण 24 घंटे दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है. रीवा रोड में ट्रक और हाइवा चालकों के लिए कारगिल ढाबा आरामगाह बन गया. जिसके कारण आम जनता को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. यहां दर्जनों ट्रक चालक सड़क किनारे वाहन खड़े कर आराम फरमाते हैं और दुर्घटनाओं को आमंत्रण देते हैं.
ये भी पढ़ें- MP: शरिया कानून को मुस्लिम महिला ने दी कोर्ट में चुनौती, कहा- बेटी का हक बराबर नहीं, यह असंवैधानिक
सतना में सड़क पर ही खुले गैराज
भारी वाहनों को सुधारने और उनकी सर्विसिंग करने वालों के लिए भी रीवा रोड मुफीद बनी हुई है. जिले में ऐसे कई भारी वाहनों के मैकेनिक और सर्विस सेंटर खुल गए हैं, जो चलित सर्विस सेंटर बनाकर बीच रास्तों और सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों के मेंटेनेंस का काम करते हैं. इससे भी दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है.
ये भी पढ़ें- Road Accident: क्या नंबर की रेस में खत्म हो गईं 9 जिंदगियां!, मृतकों और घायलों के लिए आर्थिक मदद में देरी क्यों?