Indian Railways: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में मंगलमहूड़ी-लीमखेड़ा के बीच रेलवे का ट्रैक बारिश की वजह से प्रभावित हो गया था. लेकिन एक कर्मचारी की सजगता से संभावित घटना टल गई. बात दें, ऑन ड्यूटी नाइट पेट्रोल मैन रात्रि लगभग 10 बजे तेज बारिश में भी शनिवार को मंगलमहूड़ी से लीमखेड़ा के बीच ड्यूटी कर रहे थे. उसी दौरान मंगलमहूड़ी एवं लीमखेड़ा स्टेशनों के मध्य अप लाइन पर किमी 516/35 से 516/33 के बीच ट्रैक के नीचे से पानी के तेज बहाव के कारण मिट्टी के कटाव को देखा. इसे देखते ही इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों एवं कंट्रोल को दी गयी.
कंट्रोल ऑफिस से संभाला ये कार्य
जानकारी मिलते ही मंडल रेल प्रबंधक अन्य अधिकारियों के साथ प्रभावित स्थल की ओर रवाना हो गये. कुछ अधिकारी रेलवे कंट्रोल ऑफिस से ट्रेनों के परिचालन कार्य को संभाला. इंजीनियरिंग, ऑपरेटिंग, सिग्नल, टीआरडी, पावर एवं अन्य विभागों के अधिकारी मंडल रेल प्रबंधक रतलाम ने तत्काल युद्धस्तर पर ट्रैक मरम्मत एवं ट्रेनों के परिचालन कार्य के आदेश दिए गये.
हो सकता था बड़ा रेल हादसा!
ट्रैक पर से कुछ ही देर में यहां से अवंतिका सहित अन्य कई ट्रेनें गुजरने वाली थी. घटना की गंभीरता को देखते हुए गोधरा की तरफ जाने वाली ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोका गया. मंडल रेल प्रबंधक के निर्देशन में मंगलमहूड़ी-लीमखेड़ा के मध्य सिंगल लाइन वर्किंग कार्यप्रणाली अपनाकर अप एवं डाउन दोनों दिशाओं की ट्रेनों को एक-एक कर निकाला गया. यदि सही समय पर ये जानकारी न लगती तो बड़ा रेल हादसा हो सकता था. बता दें, नाइट पेट्रोल मैन की सजगता से हजारों रेल यात्रियों की जान बच गई है. रेल अधिकारियों ने इनकी तारीफ की है.
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पांच घंटे में ट्रैक को ठीक किया
मानसून के दौरान इस प्रकार की परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार पत्थर के टूकड़ों, क्वेरी डस्ट, बोल्डर से भरी रेक को तुरंत प्रभावित स्थल की ओर रवाना किया गया. रात्रि में तेज बारिश के दौरान भी मंडल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा लगातार कार्य कर लगभग पांच घंटे में ट्रैक को ठीक किया गया. अप लाइन से लगभग रात्रि 04.15 बजे से सतर्कता आदेश के साथ ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू किया गया. रतलाम मंडल द्वारा प्रभावित स्थल पर लगातार कार्य जारी है, मंडल ने मानसून के दौरान इस प्रकार के स्थलों की पहचान कर वहां लगातार निरीक्षण और पेट्रोलिंग का कार्य किया जा रहा है. ताकि यदि इस प्रकार की कोई प्राकृतिक घटना होती है, तो तत्काल उसे सही किया जा सके.
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