Sihora News:सिहोरा (Sihora) को जिला बनाने की मांग करते दो साल बीतने पर आक्रोशित सिहोरा वासियों ने मंगलवार शाम विशाल मशाल जुलूस निकाला. सरकार के प्रति लोगों का आक्रोश इतना था कि सैकड़ों लोगों के हाथों में जलती मशाल थी..वहीं, सैकड़ों उनके साथ चलकर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे थे. अब जबकि विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की आचार संहिता कभी भी लग सकती है.
पुराने बस स्टैंड से शुरू मशाल जुलूस
सिहोरा (Sihora) के जिला बन पाने की आशा धूमिल होती जा रही है और लोगों में आक्रोश भी उतना ही बढ़ता जा रहा है. मंगलवार शाम सात बजे के बाद प्रारंभ हुए मशाल जुलूस में युवा वर्ग सैकड़ों की संख्या में आगे आया. ''हमे चाहिए जिला सिहोरा..अभी चाहिए जिला सिहोरा'' के साथ जिला नहीं तो बीजेपी को वोट नहीं.. के नारों के साथ मशाल जुलूस पुराने बस स्टैंड से शुरू हुआ. इसके बाद गौरी तिराहा (Gauri Tiraha), आजाद चौक (Azad Chowk), काल भैरव चौक (Kal Bhairav Chowk), महावीर चौराहा, बाबाताल मंदिर (Babatal Temple) से होते हुए लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के पंडाल में जुलूस समाप्त हुआ.
ये भी पढ़ें- Jal Jeevan Mission in Chhattisgarh: नल लगने के बाद कभी नहीं आया पानी, मवेशियों के खूंटे में तब्दील हुआ नल कनेक्शन
सिहोरा बंद हुआ था सफल
सिहोरा के व्यापारियों द्वारा शनिवार को सिहोरा बंद का आयोजन किया गया था, जो पूर्णता सफल रहा. पहले यह बंद का आह्वान 3 दिन के लिए किया जा रहा था, लेकिन त्योहारों को देखते हुए व्यापारियों ने इसे एक दिन बंद कर समाप्त कर दिया.
बहुत पुरानी है सिहोरा को जिला बनाने की मांग
सिहोरा जबलपुर की एक तहसील है, जिसे बहुत लंबे समय से जिला बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन तकनीकी कारण से इसे अभी जिला नहीं बनाया जा सका है. मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान भी सिहोरा वासियों ने जिला बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था.
ये भी पढ़ें- Gwalior: एक दिन में बांटी दस हजार स्टेशनरी, वोटरों को लुभाने के लिए विधायक की अनूठी पहल