Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में चुनाव (election) नजदीक है और आचार संहिता लगने वाली है इसलिए राजनीतिक दल और नेता वोटर्स को साधने में अपनी पूरी जान लगा रहे हैं. ग्वालियर (Gwalior) के एक विधायक (Mla) ने अपने वोटर्स के घर में पैठ बनाने का एक अलग ही तरीका निकाला है. उन्होंने एक ही दिन मे विभिन्न शासकीय स्कूलों में पहुंचकर दस हजार बच्चो को स्टेशनरी बांट दी है.
विधायक ने खोली थी स्टेशनरी बैंक
विधायक प्रवीण पाठक ने चार साल पहले 4 जुलाई 2019 को देश के पहले निःशुल्क विधायक स्टेशनरी बैंक की शुरूआत की थी. ग्वालियर दक्षिण के सभी शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले जरूरतमंद बच्चों को इस स्टेशनरी बैंक से निःशुल्क स्टेशनरी वितरित की जाती है. इसमें प्रति बच्चे को 6 काॅपी, 1 रजिस्टर, 1 बाॅक्स, 1 किट उपलब्ध करवाई जाती है.
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सरकार की नहीं है कोई योजना
विधायक प्रवीण पाठक कहते हैं कि उन्हें हमेशा इस बात का मलाल रहता था कि सरकारी स्कूलों में किताबें तो बच्चों को मिल रही हैं लेकिन उनके अध्ययन में आवश्यक स्टेशनरी के लिए सरकार की कोई योजना नहीं है. ऐसे कई जरूरतमंद परिवार हैं जो जैसे-तैसे बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं लेकिन स्टेशनरी खरीदने में असमर्थ हैं. ऐसे में बच्चों के क्लास वर्क और होम वर्क पूरे नहीं हो पाते. ये समस्या बच्चों के शिक्षण कार्य में रोड़ा न बने इसके लिए उन्होंने स्वयं ही 'विधायक स्टेशनरी बैंक' की शुरूआत कर दी जिसका उद्देश्य है कि ग्वालियर दक्षिण के किसी भी बच्चे को स्टेशनरी की कमी न महसूस हो.
'आई लव यू गर्वनमेंट स्कूल' का नारा
शासकीय विद्यालयों में एक साथ एक ही दिन में लगभग 10,000 से ज्यादा विद्यार्थियों को नि:शुल्क स्टेशनरी वितरित की गई. सुबह स्कूल खुलते ही विधायक पाठक स्कूल परिसर जा पहुंचे. वहां सभी विद्यार्थियों को न सिर्फ स्टेशनरी वितरित करवाई बल्कि उनसे उनके सपने भी जानें और भविष्य पर भी चर्चा की. इस अवसर पर उन्होंने बच्चों से "आई लव गवर्नमेंट स्कूल" का नारा भी लगवाया.