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This Article is From Oct 04, 2023

Jal Jeevan Mission in Chhattisgarh: नल लगने के बाद कभी नहीं आया पानी, मवेशियों के खूंटे में तब्दील हुआ नल कनेक्शन

Jal Jeevan Mission: छत्तीसगढ़ में 'जल जीवन मिशन' योजना (Jal Jeevan Mission Scheme) दम तोड़ रही है. डेढ़ साल पहले जिन गावों में नल लगाए गए वहां अभी तक पानी पहुंचा ही नहीं है. मजबूरी में ग्रामीण इसका इस्तेमाल अपने मवेशियों को बांधने में कर रहे हैं.

Jal Jeevan Mission in Chhattisgarh: नल लगने के बाद कभी नहीं आया पानी, मवेशियों के खूंटे में तब्दील हुआ नल कनेक्शन
Jal Jeevan Mission

Jal Jeevan Mission: छत्तीसगढ़ में 'जल जीवन मिशन' योजना (Jal Jeevan Mission Scheme) के तहत लगाए गए नलों की हालत खस्ता है. जिन नलों को लोगों को स्वच्छ पानी की सप्लाई के लिए लगाया गया था. उन नलों में पानी की सप्लाई शुरू नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने जानवरों को बांधने के खूंटे में तब्दील कर दिया है. दरअसल, केंद्र सरकार की 'जल जीवन मिशन' योजना के तहत सूबे के कोरिया (Korea) और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में डेढ़ साल पहले पंचायतों में लगे नल में अब तक पानी नहीं पहुंचा है. पेयजल के लिए जिन घरों के बाहर नल कनेक्शन लगाए गए हैं. उनमें पानी की सप्लाई शुरू नहीं होने की वजह से लोगों ने इन नलों को मवेशियों के खूंटे में तब्दील कर दिया है.  

 जल जीवन मिशन का है बुरा हाल

गौरतलब है कि एमसीबी जिले के पंचायतों में स्थित 83 हजार 350 घरों में से 48 हजार 234 में ही अब तक नल कनेक्शन लगे हैं. यानी 57 फीसदी ही कनेक्शन हुए हैं. इसी तरह कोरिया जिले में 51 हजार 910 में से 30 हजार 530 घरों में नल कनेक्शन का दावा किया जा रहा है. यानी 58 फीसदी घरों में मिशन का कार्य पूरा बताया जा रहा है, जबकि हकीकत यह है कि खड़गवां के ग्राम पंचायत जिल्दा में ग्रामीण घरों के बाहर लगे नल कनेक्शन में पानी सप्लाई शुरू नहीं होने से इसे मवेशियों के खूंटे की तरह इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. इन नलों को जगह-जगह गाय, बकरी, भैंस बांधने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि ढाई साल पहले नल का कनेक्शन किया गया था, लेकिन अब तक पानी सप्लाई शुरू नहीं हुई है.  

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नहीं खत्म हो रहा पानी का इंतजार


ग्राम पंचायत बंजारीडांड में ग्रामीण दो साल से पानी का इंतजार कर रहे हैं. यहां पाइप लाइन बिछाकर नल कनेक्शन तो लगा दिया गया है, लेकिन अब तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है. इस तरह जिले के ज्यादातर गांवों में नलों से पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है. लोगों की शिकायत है कि इन इलाकों में नल कनेक्शन लगाने, ओवरहेड टैंक का निर्माण करने के साथ ही पाइप लाइन बिछाने में भी सुस्ती बरती जा रही है.

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में जल जीवन मिशन का ये हाल है. नलों का इस्तेमाल लोग बकरियों को बांधने में कर रहे हैं

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में जल जीवन मिशन का ये हाल है. नलों का इस्तेमाल लोग बकरियों को बांधने में कर रहे हैं

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कलेक्टर की फटकार के बाद भी नहीं सुधरे हालात

ऐसा नहीं है कि इन जिलों में  जल जीवन मिशन के कार्यों में सुस्ती की जानकारी जिले के अफसरों को नहीं है, बल्कि डीएम इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं. हर घर नल योजना में बरती जा रही सुस्ती को लेकर कलेक्टर बैठक में पीएचई विभाग के अफसरों को फटकार लगा चुके हैं. इसके बावजूद अधिकारियों की लापरवाही जारी है.

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 पीएचई विभाग ने दी ये सफाई

वहीं, इस पूरे मामले में पीएचई विभाग के ईई सीबी सिंह का कहना है कि जल जीवन मिशन के तहत तेजी से कार्य किए जा रहे हैं, जिन पंचायतों में नल कनेक्शन शुरू नहीं हुए हैं. वहां जल्द से जल्द पानी सप्लाई शुरू करवाएंगे. जाहिर है अधिकारी का बयान औपचारिक है...सवाल ये है कि इन गावों में डेढ़ साल से ऐसे ही हालात हैं तो फिर अभी तक सुधार क्यों नहीं हुआ? 

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