Madhya Pradesh Assembly Election 2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो गए हैं. इस बार ग्वालियर जिले में चुनाव आचार संहिता के दौरान वोटर्स को लुभाने के लिए शराब बांटने से रोकने के लिए आबकारी विभाग (Excise Department) लगातार सक्रिय रहा. उसने अवैध शराब माफिया (Illegal liquor Mafia) के खिलाफ लगातार कार्यवाही की. विभाग के अफसरों का दावा है कि चुनाव आचार संहिता (MCC) लगने के बाद से अभी तक जिले में 71 लाख रुपए की देसी और विदेशी अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है. अब आबकारी विभाग जब्त की गई इस जहरीली शराब को नष्ट भी कर रहा है. जिला आबकारी प्रभारी मनीष द्विवेदी का कहना है कि ग्वालियर में आचार संहिता के दौरान आबकारी विभाग ने 8 अक्टूबर से अब तक 71 लाख रुपए से अधिक की देसी और विदेशी अवैध शराब पकड़ी है. इस कार्रवाई के लिए जिला आबकारी विभाग की आधा दर्जन टीमें बनाई गई थीं, जो कि अलग-अलग इलाकों में जाकर रोजाना कार्रवाई कर रही थी. इसका परिणाम है कि रिकॉर्ड इतनी अधिक मात्रा में अवैध शराब पकड़ी गई.
शराब बनाने के ठिकाने भी किये नेस्तनाबूद
इन टीमों ने चुनाव में बांटने के लिए रखी या परिवहन की जा रही अवैध शराब का जखीरा तो पकड़ा ही साथ ही अवैध शराब निर्माण से जुड़े कई ठिकानों को नष्ट करने में भी कामयाबी पायी है.
इतनी शराब हुई जप्त
जिला आबकारी प्रभारी के अनुसार पकड़ी गई शराब में 871 बल्क लीटर देसी शराब, 2 हजार 894 बल्क लीटर हाथ भट्टी शराब, 61 हजार 550 किलो गुड लाहन, 60 बल्क लीटर विदेशी अंग्रेजी शराब और 164 बल्क लीटर बीयर जब्त की जा चुकी है. आबकारी पुलिस का कहना है कि अवैध शराब निर्माण में ज्यादातर एक विशेष जाति के लोग लगे हुए हैं जो कि अपराधिक प्रवृत्ति के भी माने जाते हैं लेकिन आबकारी महकमें द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई के चलते शराब माफिया के हौसले पूरी तरह पस्त हो चुके हैं.
जंगल मे ले जाकर कर रहे हैं नष्ट
अधिकारियों का कहना है कि जब्त की गई शराब का जखीरा काफी ज्यादा है, इस वजह से न्यायालय की इजाजत से इसको जंगल और निर्जन इलाको में ले जाकर नष्ट करने की कार्यवाही भी चालू है, ताकि यह जहरीली अवैध शराब लोगों की पहुंच से दूर हो जाये.
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