
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) चंबल अंचल में बीते एक माह से भीषण गर्मी कहर ढा रही है. ग्वालियर में पारा 48 डिग्री तक पहुंच चुका है. इस गर्मी से इंसान तो इंसान जानवर भी खासे परेशान दिख रहे हैं. इसी को देखते हुए ग्वालियर में स्थित मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सबसे बड़ी और आदर्श गौशाला में रहने वाली 10 हज़ार से ज्यादा गायों और बछड़े की सुविधा के लिए कूलर से ठंडी हवा दी जा रही है. साथ ही फव्वारें चलाकर उन्हें कृत्रिम बारिश से ठंडक भी दी जा रही है. उम्मीद है कि इससे गायों और बछड़ों को इस जानलेवा गर्मी से बहुत फायदा होगा.
यहां किए गए हैं खास इंतजाम
संतो द्वारा संचालित नगर निगम की इस गौशाला में गाय के बछड़ों को गर्मी से बचाने के लिए इस तरह के खास इंतजाम किए गए हैं. आपको बता दें कि ग्वालियर में गर्मी का ये आलम है कि तीन दिन में 7 लोगों की लू की चपेट में आने से मौत हो चुकी है. लू, गर्मी और उमस से न केवल इंसान बल्कि पशु पक्षी और बेजुवान जानवर भी परेशान हैं.
इस गौशाला को माना जाता है आदर्श गौशाला
ग्वालियर के लाल टिपारा में सैकड़ों एकड़ इलाके में फैली यह गौशाला अपने नावाचारों के लिए जानी जाती है. नगर निगम की इस गौशाला का संचालन कुछ साल पहले जब संतो ने अपने हाथ मे लिया तब से यहां का कायाकल्प हो गया है. यहां हजारों पेड़ लगाए गए, गोबर से ऊर्जा बनाने की शुरुआत हुई और भी तरह - तरह के नवाचार यहां होते रहते हैं. इसीलिए इसे राज्य की आदर्श गौशाला कहा जाता है. इसे देखने न केवल देश बल्कि दुनिया भर से विशेषज्ञ आते रहते हैं.
खान के लिए भी विशष चीजें दी जाती हैं
गौशाला संचालन से जुड़े संत बताते है कि ग्वालियर की भीषण गर्मी से बचाने के लिए हम लोगों ने इस बार अनेक नवाचार किए हैं. दोपहर के वक्त गौशाला में बछड़ों के कवर्ड, बाड़ों में कूलर के साथ ही फव्वारें चलाएं जा रहे हैं. इन फव्वारों के नीचे बछड़ो को राहत मिल रही है. वहीं इनको खीरा, ककड़ी, तरबूज जैसी चीजें खाने को दी जा रही हैं.
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