
Madhya Pradesh News: नरसिंहपुर जिले में महिला प्रधान प्रशासन के बीच आज एक 90 साल की वृद्धा ने प्रशासन से मिले आश्वासनों से थक हारकर इच्छा मृत्यु की मांग की. जिले के ठुठी गांव की रहने वाली वृद्धा कुंजकुंवर बाई ने मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचकर इच्छा मृत्यु मांगी. उनकी दलील है कि लगातार हो रहे सिस्टम के कहर से अब वे थक चुकी हैं और ऐसे में जीने का कोई मतलब नहीं. उन्होंने दिए अपने ज्ञापन में बताया कि न्यायालय ने उनके पक्ष में जमीन का निर्णय कर दिया है, जिसके बाद जमीन बेचने के बाबजूद अनावेदक उन्हें और उनके क्रेता (जमीन खरीदने वाले) को प्रताड़ित कर रहे हैं.
हालात ये हैं कि आवेदक जो वहीं अपनी खेती करते हैं. जमीन के खरीदार को जमीन पर कब्जा तक नहीं दे रहे हैं और वहां जाने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है. ऐसे में शासन से समय पर न्याय न मिलने के चलते मौत चाहती हूं.
पहले भी दिए गए आवेदन पर नहीं हुई कार्यवाही
वृद्धा के अनुसार, वह पहले भी अनावेदकों से परेशान होकर शासन प्रशासन से न्याय की गुहार लगा चुकी हैं. बावजूद आज तक उन्हें कोई राहत नहीं मिली, बल्कि अनावेदकों द्वारा प्रताड़ित करने का सिलसिला जारी है. अब सिस्टम से थक हार कर वह जनसुनवाई में पहुंचीं और महिला कलेक्टर शीतला पटले से मिलकर कलेक्ट्रेट की दहलीज पर हाथ जोड़कर माथा टेककर मौत मांग रहीं हैं.
इस मामले में वृद्धा ने सीहोरा पुलिस के एक पुलिसकर्मी पर आरोप लगाए हैं कि जब परेशान होकर वे चौकी पहुंची तो उनकी सुनवाई नहीं हुई. इसके अलावा पहले भी जनसुनवाई में आवेदन की बात वृद्धा ने की है.
न्यायालय के निर्णय का दिया हवाला
आवेदक वृद्धा की मानें तो उसके पति की पहले मौत हो चुकी है और उसकी दो पत्नियां थीं, जिसमें वह पहली पत्नी है. हालांकि दोनों पत्नी से इनकी कोई संतान नहीं है. ऐसे में दूसरी पत्नी की मौत के बाद जमीन का बड़ा हिस्सा राजस्व रिकॉर्ड में वृद्धा के नाम पर दर्ज हो गया, जिसे वे बेच रहीं हैं. अब ऐसे में पति की बहिन पक्ष के परिजनों पर ये आरोप हैं कि वे उन्हें और क्रेता जमीन के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं.
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