MP News: मध्य प्रदेश के मुरैना में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (Madhya Pradesh Madhya Kshetra Vidyut Vitran Company) के महाप्रबंधक प्रदीप शर्मा की ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) के जवानों से जमकर बहस हुई. प्रदीप शर्मा स्कूटर से थे और सिटी चौराहा पर ट्रैफिक पुलिस ने उनकी गाड़ी रोकी. बीमा न होने पर जब उनसे चालान भरने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया. इस दौरान जमकर बहस हुई. बाद में वे ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ एफआईआर (FIR) लिखाने यूनिवर्सिटी थाने पहुंच गए. उनके द्वारा जो भी बहस की गई उसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है.
पुलिस का क्या कहना है?
ट्रैफिक पुलिस के जवानों का कहना है कि वे वाहन चेकिंग पर खड़े थे, तभी बिना नम्बर और बिना हेलमेट की एक एक्टिवा आते हुई दिखाई दी. स्कूटी चालक को रोका गया और हेलमेट और नम्बर को लेकर पूछताछ की गई. तभी पीएस मशीन से जांच की गई तो उस गाड़ी का बीमा भी नहीं पाया गया.
चेकिंग स्थल से थाने पहुंचे GM
चेकिंग पॉइंट पर काफी बहस के बाद मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के जीएम प्रदीप शर्मा विश्वविद्यालय थाने पहुंच गए और पुलिसकर्मियों पर बदतमीजी का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे. शर्मा का कहना है कि वे अपने भाई के घर से निजी वाहन से गोविंदपुरी से लौटकर आ रहे थे. उन्होंने कहा कि मुझे विवि चौराहे पर हनुमान मंदिर के सामने तीन पुलिस की वर्दी पहने लोगों ने रोका. मुझसे कागज दिखाने को कहा तो मैंने दिखाए.
प्रदीप शर्मा ने कहा कि पुलिस द्वारा मुझे अपमानित किया गया. उस पर मैं विधि सम्मत कार्यवाही चाहता हूं, लेकिन थाने पर कोई सुनवाई के लिए तैयार नहीं है. इस अपमान के कारण मेरी मानसिक स्थिति खराब हो गई है.
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