
Food Department Action : यदि आपको भी शहर या किसी चौपाटी पर फास्ट (जंक) फूड खाना पसंद है. तो गर्मियों में थोड़ा और सावधान रहने की जरूरत है. कई बार फास्ट फूड का सेवन आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं. प्राय: अधिकांश जगहों पर गुणायुक्त मानकों को दरकिनार कर दिया जाता है, जिसकी वजह से इनके शौकीनों को कभी-कभी भारी कीमत चुकानी पड़ती है. एक ऐसा ही मामला एमपी के सतना जिले से आया है. जहां पाव भाजी खाने से एक शख्स की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद मामले की शिकायत खाद्य सुरक्षा कार्यालय सतना में की गई. शिकायत के बाद टीम ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभिषेक गौर के नेतृत्व में स्टेशन रोड स्थित श्रीनाथ पाव भाजी सेंटर पहुंची और खाद्य सामग्री का सैंपल लिया. वहीं, फिर पन्नीलाल चौक में संचालित केशरी चाट सेंटर पर भी सेंपलिंग की कार्रवाई की गई.
ऐसा खिलवाड़ कब तक?
बताया जाता है कि श्रीनाथ पावभाजी सेंटर में ग्राहकों की भीड़ एकत्र होती है. इस भीड़ का फायदा उठाते हुए दुकान संचालक गोपाल के द्वारा सड़ी-गली सामग्री भी परोस दी जाती है. यही वजह है कि पाव भाजी खाने के बाद एक उपभोक्ता की तबीयत बिगड़ गई. उल्टी-दस्त से परेशान रहने के बाद उन्होंने मामले की शिकायत दर्ज कराई. वहीं, टीम ने सेंपल जब्त किए.
चाट के भी सैंपल लिए
खाद्य विभाग की टीम ने केशरी चाट भंडार की दुकान से भी सैंपल लिए हैं. बताया जाता है कि यहां से आलू, मटर और बटर का सेंपल लिया गया. रिपोर्ट आने के बाद दोनों दुकानों के संचालकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी.
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बिना लाइसेंस दुकानों पर होगा एक्शन
खाद्य सुरक्षा निरीक्षक अभिषेक बिहारी गौर ने बताया कि राज्य शासन के निर्देश पर सभी फास्ट फूड, जंक फूड का स्टॉल या ठेला लगाने वाले दुकानदारों को निर्देश दिया गया है कि वह अपना लाइसेंस पंजीयन अवश्य कराएं. ठेले पर कारोबार करने वालों को कोई फीस भी नहीं देनी है. यदि बिना पंजीयन के ही दुकान का संचालन पाया गया, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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