Ujjain News: खगोलशास्त्र के अनुसार आज 20 मार्च को दिन और रात बराबर हो रहे हैं. यह खगोलीय घटना एक महत्वपूर्ण क्षण है जो हमें प्राकृतिक समय के महत्व को समझाता है.खगोलशास्त्र की मानें तो, आज दिन और रात दोनों ही 12 घंटों के होने वाले हैं. आज दिन का समय और रात का समय बराबर होने जा रहा है जो हमारे संतुलना और समानता को दर्शाता है. उज्जैन को धर्म और खगोलशास्त्र की नगरी के रूप में जाना जाता है और आज उज्जैन एक अनोखी खगोलीय घटना का साक्षी बन रहा है.
12 घंटे के होंगे दिन और रात
खगोलशास्त्र के अनुसार, आज दिन और रात बराबर होने जा रहे हैं. इस महत्वपूर्ण समय को 'वसंत सम्पात' के रूप में जाना जाता है, जो दिन और रात के समय में संतुलन का संकेत है. वसंत सम्पात की इस घटना को जंतर मंतर जीवाजी राव वेधशाला में देखा जा सकेगा. वसंत सम्पात के साथ उज्जैन में खगोलीय गणनाओं और धार्मिक अनुष्ठानों की अहमियत बढ़ जाती है.
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जानिए क्या है मान्यता
उज्जैन, भारतीय धर्म और खगोलशास्त्र के संगम का केंद्र है. यहां की भौगोलिक स्थिति ने इसे कालगणना का महत्वपूर्ण केंद्र बनाया है. खगोलशास्त्रियों की मान्यता है कि उज्जैन नगरी पृथ्वी और आकाश के बीच ठीक मध्य में स्थित है. इसलिए, यहां के प्राचीन यंत्रों के माध्यम से ग्रहों की चाल, सूर्य और चंद्र ग्रहण, और समय की गणना की जाती है. हर साल 20 मार्च को, जिसे 'वसंत सम्पात' कहा जाता है, यहां दिन और रात बराबर होते हैं. इस महत्वपूर्ण दिन को उज्जैन में खगोलशास्त्र के माध्यम से मान्यता दी जाती है.