Dalit Woman Death in Sagar: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर जिले (Sagar) में एक दलित महिला की एंबुलेंस से गिरकर संदिग्ध हालात में हुई मौत मामले में राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) ने मंगलवार को कहा कि यह घटना दुश्मनी का नतीजा है. सीएम मोहन यादव ने कहा कि वह पीड़ितों के परिवार से मिलने के लिए बरोदिया नौनागिर गांव जाएंगे, लेकिन उन्होंने कांग्रेस की सीबीआई जांच की मांग को "विपक्ष का काम'' बताकर ज्यादा तवज्जो नहीं दिया.
सागर की घटना के बारे में पूछे जाने पर यादव ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, "मैं सागर-खुरई जा रहा हूं और मुझे उम्मीद है कि भगवान की इच्छा से उस गांव में सब ठीक हो जाएगा. यह दुश्मनी का नतीजा है. मैं उनके साथ सहानुभूति रखता हूं. हमने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि ऐसी चीजें दोबारा न हों और लोग सौहार्दपूर्ण तरीके से रहें.''
विपक्ष ने सरकार को घेरा
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार की जमकर आलोचना की. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार और मुख्यमंत्री मोहन यादव को घेरते हुए कई सवाल दागे. वहीं दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने भी इस मामले में सरकार और प्रशासन को जमकर कोसा. उन्होंने दलित युवती की अंतिम यात्रा में पहुंचकर परिवार को लोगों को सहानुभूति दी और इस घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार मानते हुए जिला कलेक्टर और एसपी को हटाने की मांग की.
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत
बता दें कि अंजना अहिरवार नामक महिला ने पिछले साल अगस्त में मामला दर्ज कराया था कि उसके भाई को उत्पीड़न के एक मामले में समझौता करने का दबाव डालने वाले कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला. पुलिस ने कहा कि रविवार को सागर में एक एम्बुलेंस से "गिरने'' के बाद अंजना की मौत हो गई थी. एम्बुलेंस उसके चाचा राजेंद्र अहिरवार का शव ले जा रही थी. उसके चाचा को शनिवार को कुछ लोगों ने कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला था.
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