
MP Special Tourist Place: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) शुक्रवार को मंदसौर (Mandsaur) जिले के गांधीसागर बांध क्षेत्र में फॉरेस्ट रिट्रीट (Gandhisagar Forest Retreat) के चौथे संस्करण के शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचे और इसका शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने मौजूद लोगों को संबोधित किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा बांध के बैकवॉटर एरिया में विकसित टेंट सिटी का शुभारंभ भी किया. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जल ही जीवन है और जल से ही जीवन का यौवन है. जल से जुड़ी पर्यटन गतिविधियों का विकास हमारा लक्ष्य है. वॉटर स्पोर्ट्स का इनार्मस एडवेंचर (असाधारण रोमांच) अब गांधीसागर बांध की एक नई पहचान बनेगा.
मध्यप्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य की छटा अनुपम है, जो सभी को आनंद प्रदान करती है : CM@DrMohanYadav51@minculturemp #CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/XzWrrVd3Uk
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 12, 2025
स्विट्जरलैंड से अधिक सुंदर होगा नजारा - सीएम यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गांधीसागर बांध क्षेत्र का पूरा कैचमेंट एरिया और बैकवॉटर का प्राकृतिक सौंदर्य स्विट्जरलैंड की वादियों से भी ज्यादा आनंदित करने वाला है. गांधीसागर पहले से ही गिद्धों के लिए मशहूर है, लेकिन अब यहां चीता भी दौड़ रहा है. जल और वन्यजीव पर्यटन के मामले में गांधीसागर अब देश-दुनिया में मशहूर हो रहा है.
प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध मध्यप्रदेश में अब वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों को नया आयाम दिया जा रहा है। राज्य की समृद्ध जल-संपदा के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देते हुए विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित किया जा रहा है : CM@DrMohanYadav51 @minculturemp #CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/8DKTj2ldMO
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 12, 2025
'चंबल के बीना यमुना अधूरी'
सीएम मोहन यादव ने कहा कि भगवान पशुपतिनाथ के प्रभाव क्षेत्र में चंबल मैया के किनारे गांधीसागर का संबंध गंगाजी से जुड़ रहा है. शिप्रा नदी चंबल में आकर मिलती है और यही धारा आगे जाकर यमुना नदी में मिलती है. चंबल नदी के बगैर यमुना की धारा अधूरी है. हजारों साल से मंदसौर, नीमच और बरसों से बीहड़ रहे क्षेत्र को चंबल मैया का आशीर्वाद मिल रहा है.
ये भी पढ़ें :- MP News: प्रदेश की 1.26 करोड़ लाड़ली बहनों को मिले 1541 करोड़ रुपये; CM मोहन ने कहा - पैसे देते हैं तो कांग्रेसियों को होता है पेटदर्द
क्या है गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट?
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा “गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट” का चतुर्थ संस्करण लल्लूजी एंड सन्स और इवोक कैंपिंग (Evoke Camping) के सहयोग से किया जा रहा है. चंबल नदी पर बने गांधीसागर डैम के मनोहारी बैकवाटर क्षेत्र एडवेंचर हब बनता जा रहा है. प्रकृति की गोद में बसा यह मनोरम स्थल, अपनी 50 आलीशान, सभी मौसमों के अनुकूल टेंट सिटी के साथ एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है. यहां साहसिक गतिविधियों का असीमित रोमांच आपका इंतजार कर रहा है, जहां जल में जेट स्की, थल पर जंगल सफारी और आकाश में पैरामोटरिंग का अनुभव कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें :- तय सीमा से पहले शुरू हुई शिवपुरी - झांसी लिंक रोड, सिंधिया ने दिया बड़ा तोहफा