MP News in Hindi: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (MP High Court) के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत ने एक प्रेरणादायक और मानवीय पहल के तहत पांच दिव्यांग बच्चों के सपनों को पंख दिया है. 'सपनों की उड़ान' नामक इस पहल के तहत इन बच्चों को हवाई यात्रा का पहला अनुभव दिलाया गया, जो उनके जीवन का अविस्मरणीय पल बन गया. आइए आपको इसके बारे में अधिक जानकारी देते हैं.
दिव्यांग बच्चे की इच्छा बनी प्रेरणा
कुछ समय पहले एक संवाद-परामर्श कार्यक्रम के दौरान, एक दिव्यांग बच्चे ने अपनी हवाई यात्रा करने की इच्छा व्यक्त की थी. इस भावुक अनुरोध ने मुख्य न्यायाधीश कैत को गहराई से प्रभावित किया. इसके बाद उन्होंने सभी पांच दिव्यांग बच्चों के लिए हवाई यात्रा की विशेष व्यवस्था करवाई. मंगलवार को इन बच्चों ने जबलपुर से इंदौर तक की उड़ान भरी और इस अनुभव का भरपूर आनंद लिया.
पुरस्कार और प्रोत्साहन का भी दिया संदेश
मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत ने एक सम्मान समारोह में 56 बच्चों को उनके अनुकरणीय प्रयासों के लिए पुरस्कृत किया था. प्रत्येक बच्चे को 5,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई, जिससे कुल 2.80 लाख रुपये का वितरण हुआ.
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एक स्थायी प्रभाव
विदाई समारोह में मुख्य न्यायाधीश ने बच्चों को अपने सपनों को जीने और हर पल को संजोने की प्रेरणा दी. यह पहल न केवल बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आई, बल्कि उनके परिवारों और समाज में भी सकारात्मक संदेश दिया. मुख्य न्यायाधीश की यह संवेदनशील पहल समाज में दिव्यांगजनों के लिए समान अवसर और प्रेरणा का प्रतीक बन गई है. उनके इस कदम ने मानवता और सामाजिक उत्तरदायित्व का एक आदर्श प्रस्तुत किया है.
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