Gods Wore Shawl: मध्य प्रदेश में शीतलहर का कहर लगातार बढ़ रहा है. एक ओर जहां इंसान शीतलहर से हलकान हैं, तो दूसरी भगवान भी इससे अछूते नहीं है, क्योंकि यहां मंदिरों में भगवान को भी गर्म कपड़े पहन लिए हैं. बुधवार को बुरहानपुर जिले के लालबाग स्थित प्रसिद्ध राम मंदिर में भगवान राम, मां सीता और लक्ष्मण दुशाला ओढ़े नजर आए.
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मंदिर में भगवान राम, मां सीता और लक्ष्मण को ओढ़ाया गया दोशाला
रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को बुरहानपुर के उपनगर स्थित प्रसिद्ध राम मंदिर चिंचाला में विराजमान भगवान राम, मां सीता और लक्ष्मण को भी ठंड से बचाने की अनूठी पहल करते हुए गर्म ऊनी कपड़े पहना दिए. लालबाग स्थित मंदिर परिसर में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाओं को दुशाला ओढाए गए.
मानव रूप में अवतरित भगवान राम को ठंड से बचाने की कवायद
यही नहीं, मंदिर परिसर में विराजमा माता संतोषी, राधा कृष्ण दुर्गा माता की प्रतिमाओ को भी कडाके की ठंड से बचाने के लिए गरम ऊनी वस्त्र ओढाए गए. भक्तों का तर्क है कि उनका जीवन भी भगवान की देन है और मानव रूप में धरती पर अवतरित हुए भगवान राम को भी ठंड के मौसम में गर्म ऊनी वस्त्र अर्पित करने चाहिए.
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भगवान को गर्म ऊनी वस्त्र पहनाने की परंपरा सालो से चली आ रही है
मामले पर मंदिर समिति का कहना है जैसे गर्मी के मौसम में मंदिर परिसर में एसी और कूलर लगाए जाते है, उसी तरह ठंड के मौसम में भगवान को गर्म ऊनी वस्त्र पहनाने की परंपरा सालो से चली आ रही है. ऐसा करने से ना केवल भक्ती प्रतीत होती है, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी संवेदनशीलता का भी संदेश जाता है.
सनातन संस्कारों का हिस्सा है ठंड में भगवान को ऊनी वस्त्र ओढ़ाना
मंदिर समिति सदस्य अमर यादव ने बताया सर्दी के मौसम में भगवान को गर्म ऊनी वस्त्र ओढाना हमारे संस्कारों का एक हिस्सा है. उन्होंने कहा कि, जैसे हम अपने परिवार को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपडो का इंतजाम करते है, वैसे ही भगवान को भी सभी मौसम में सुरक्षित रखना उनका कर्तव्य है.