BJP Foundation Day: मध्यप्रदेश में बीजेपी (Madhya Pradesh BJP) लगातार नयी ज्वॉइनिंग (BJP Joining) के ज़रिये अपने कुनबे को बढ़ा रही है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के स्थापना दिवस (Foundation Day) शनिवार 6 अप्रैल को मनाया गया. जहाँ पूरे देश भर में एक तरफ संगठन पर बीजेपी ने कार्यक्रम आयोजित किये, इस बार मध्यप्रदेश में स्थापना दिवस अलग ढंग से मनाया गया है, मध्यप्रदेश बीजेपी ने स्थापना दिवस पर एक लाख से ज़्यदा ज्वॉइनिंग का लक्ष्य रखा, प्रदेश भर के 65 हजार बूथों पर एक साथ ज्वॉइनिंग अभियान चलाने का कार्यक्रम बनाया. चुनाव के पहले बीजेपी का ज्वॉइनिंग अभियान (BJP Joining Campaign) ज़ोरों पर है.
6 अप्रैल को बीजेपी ने अपना 45वां स्थापना दिवस मनाया, पूरे देश भर में अलग अलग कार्यक्रम आयोजित हुए, मध्यप्रदेश बीजेपी ने प्रदेश भर के प्रदेश के सभी 64 हजार 523 बूथों पर मेगा ज्वॉइनिंग का अभियान रखा. बीजेपी की ओर से स्थापना दिवस पर आज एक लाख लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाने का दावा किया गया. सुबह से लेकर शाम तक अभियान जारी रहा. बूथ बूथ पर रिटायर्ड अधिकारी, खिलाड़ियों से लेकर कई कांग्रेस के नेता भी बीजेपी में शामिल हुए. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के पहले पार्टी ने व्यापक सदस्य्ता अभियान छेड़ा हुआ है.
BJP प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा?
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) ने कहा कि बीजेपी लगातार माइक्रो मैनेजमेंट के साथ काम कर रही है, हमारे काम से प्रभावित हो कर लोग शामिल हो रहे हैं. कांग्रेस में जीतू पटवारी की कोई सुन नहीं रहा है, कांग्रेस में भगदड़ है वहां नेता एक दूसरे से ही बात नहीं कर रहे है, एक लाख से ज़्यादा लोग आज ज्वाइन हो रहे हैं.
प्रदेश से लेकर बूथ स्तर पर कांग्रेस सहित अन्य दलों के नेताओं को बड़ी संख्या में भाजपा की सदस्यता दिलाई गयी, शुक्रवार देर रात कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना के ज्वॉइनिंग से शुरू हुई, दोपहर में कांग्रेस से तीन बार के पूर्व विधायक रामलाल मालवीय ने बीजेपी ज्वाइन की, मध्यप्रदेश में बीजेपी की न्यू ज्वॉइनिंग टोली के गठन के बाद से अबतक कई नेता शामिल हुए है, टोली के संयोजक का दावा है की पिछले ढाई महीने में एक लाख ज्वॉइनिंग पूरी हो चुकी है, अब आंकड़ा दो लाख पार होगा.
ज्वॉइनिंग से बीजेपी के ही कुछ नेता कुछ खास खुश नहीं
जहां एक ओर बीजेपी ने स्थापना दिवस पर ताकत दिखाने की कोशिश की तो वहीं कांग्रेस से आये हुए नेता अपने पूर्व दलों से थोड़ा नाराज़ नज़र आ रहे हैं, किसी की नाराज़गी पार्टी में सम्मान ना मिलने को लेकर है तो किसी का मन व्यक्ति विशेष को लेकर उखड़ा हुआ है. जहां दीपक सक्सेना ने कहा कि कमलनाथ नहीं चाहते थे की मैं बीजेपी में जाऊं लेकिन कांग्रेस में अब कोई सुनने वाला नहीं बचा है वहां सब चुगलखोर हो गए है, मुझे किसी से कोई डर नहीं है मई सम्मान के लिए बीजेपी में आया हूं.
प्रह्लाद पटेल ने कहा था कि मोदी सरकार ने कचरे के तीन डिब्बे बना रखें है. कहीं गीला कचरा, कहीं सूखा कचरा और कहीं मेडिकल वेस्ट वाला कचरा. वहीं गोपाल भार्गव ने कहा है कि पके हुए बेरों की तरह टपक रहे है कांग्रेसी, कांग्रेस के लोग शामिल हो रहे है, ये पकी हुई बेरी की तरह टपक रहे है, जब बेरी पक्ति है तो बेर टपकते हैं, पके बेरों की तरह टपक टपक कर आ रहे है.
विपक्ष बता रही बीजेपी के दावों को झूठा
हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस बीजेपी के इस दावे को जूठा बता रही है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी का कहना है कि बीजेपी ज्वाइन करने के नाम 350 से ज़्यादा नहीं है, जिनको नोटिस से बचना है जिनके ऊपर प्रसाशन का दवाब है या भविष्य का डर है. वे जा रहे हैं. वह कांग्रेस का भला नहीं कर सके तो बीजेपी का क्या ही करेंगे? बीजेपी के किसी भी कुचक्र से हम डरे हुए नहीं हैं.
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