
BJP Foundation Day: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) रविवार को 45वां स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कार्यकर्ताओं और देशवासियों को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर श्यामाप्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय के चरणों में आज प्रणाम करता हूं. आज अटल जी और आडवाणी के चरणों में प्रणाम. कुशाभाऊ ठाकरे जी और राजमाता जी जैसे अनेकों महाहुरूष जिन्होंने संपूर्ण जीवन को न्यौछावर करके भारतीय जनता पार्टी को विकास का वटवृक्ष बनाने की भूमिका रखी और उसको आगे बढ़ाया.
चौहान ने कहा कि आज ये विशाल वटवृक्ष मोदी जी के नेतृत्व में एक वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, समृद्ध और शक्तीशाली भारत का निर्माण कर रहा है और केवल अपने ही लिए नहीं, भारत अपनी प्रगति और विकास तो करेगा ही, आजादी के अमृतकाल में विकसित भारत का संकल्प, भारतीय जनता पार्टी पूरा कर रही है.
‘भाजपा और भारत जैसे एक दूसरे के पर्याय…'
चौहान ने कहा कि भाजपा और भारत जैसे एक दूसरे के पर्याय हो गए हैं. विकास के लिए भाजपा, गरीब कल्याण के लिए भाजपा, जनकल्याण के लिए भाजपा, और सचमुच में हमारी जो धरोहर है, उसको बनाए रखना, आगे बढ़ाना, उसमें नया जोड़ना और अपने देश को विकास के पथ पर ले जाना, विरासत और विकास आज चारों तरफ विरासत आगे बढ़ाने का काम भी हो रहा है और चारों तरफ विकास का महायज्ञ चल रहा है.
बीजेपी ना होती तो...
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 25 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी रेखा के ऊपर आ चुके हैं. ये भाजपा के कारण संभव हुआ है. बीजेपी ना होती तो सोचो कि आज देश का क्या होता. लेकिन आइए भाजपा के सभी कार्यकर्ता आज हम संकल्प लें कि विकसित भारत के निर्माण में हम अपना सर्वस्व झोंक कर काम करेंगे. आज के दिन मुझे एक ही बात याद आती है, गरीबों का कल्याण. गरीब कल्याण भारतीय जनता पार्टी का सबसे बड़ा लक्ष्य है, प्राथमिकता है. गरीब कल्याण के लिए हम मोदी जी के नेतृत्व में गरीबी मुक्त गांव बनाने का भी संकल्प लें रहे हैं. देश लगातार आगे बढ़ता रहे और उसके लिए हम सब काम करते रहें, यही भगवान के प्रार्थना है.
रामनवमी की भी दी शुभकामनाएं
रामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि राम हमारे अस्तित्व हैं, राम हमारे आराध्य हैं, राम हमारे प्राण हैं, राम हमारे भगवान हैं, राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं, राम हमारे हर सांस में बसे हैं. भगवान राम के चरणों में प्रणाम! मोदी जी के नेतृत्व में रामराज लाने के लिए हम सब प्रयत्न कर रहे हैं और रामराज का मतलब ये है "दैहिक दैविक भौतिक तापा, राम राज नहिं काहुहि ब्यापा" जनता सुखी रहे. दैहिक मतलब शारीरक कष्ट न हो, दैविक मतलब प्राकृतिक कष्ट न हो, और कोई भौतिक कष्ट मतलब कोई अभाव से न जूझे. सब समृद्ध रहें. ये रामराज्य की कल्पना साकार करने का हम प्रयत्न कर रहे हैं. श्री राम हम सबको शक्ति दें ताकि हम इस काम को पूरा कर सकें और एक बात और भगवान राम ने कही है. "परहित सरिस धर्म नहीं भाई, परपीड़ा सम नहीं अधमाई" हम केवल अपने लिए नहीं दूसरों के लिए भी कुछ न कुछ करें वही सबसे बड़ा धर्म है. लोगों की सेवा है ये सबसे बड़ा धर्म है.
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