MP Crime News: भोपाल के ICICI बैंक में नकली सोना गिरवी रख कर 4 करोड़ 63 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस कारनामे में लिप्त चार बैंक अधिकारियों सहित 17 लोगों के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने FIR दर्ज करने के साथ ही चार आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. यह मामला ICICI बैंक भोपाल के कोलार रोड स्थित ब्रांच का है.
बैंक की शिकायत पर हुई कार्रवाई
दरअसल, ICICI बैंक भोपाल रीजनल हेड कंचन राजदेव और एरिया मैनेजर भानु उमरे ने थाना कोलार रोड में शिकायत की थी. इन्होंने बताया था कि कोलार रोड स्थित ब्रांच में आकस्मिक निरीक्षण/आडिट में पाया गया है कि शाखा में बैंक अधिकारियों-कर्मचारियों और सोने का मूल्यांकन करने वाले अधिकृत सोनारों (एवरेज) की मिलीभगत से संदिग्ध ग्राहकों के माध्यम से बैंक शाखा में नकली सोना (फेक गोल्ड) गिरवी रखा गया है. इन सभी ने करोड़ों का गोल्ड लोन स्वीकृत कर बैंक को लगभग साढ़े चार करोड़ रुपए की हानि पहुंचाई है.
धरपकड़ के लिए चार टीमों का किया गया गठन
थाना कोलार में शिकायत प्राप्त होने पर सब इंस्पेक्टर मनोज रावत ने प्रारंभिक जांच की, जिसमें करोड़ों का घोटाला पाया गया. इसके बाद पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने इसकी जांच क्राइम ब्रांच भोपाल को दी. जांच के बाद क्राइम ब्रांच थाना में 4 बैंक अधिकारियों 3 एवरेज और 10 संदिग्ध ग्राहकों के खिलाफ थाना क्राइम ब्रांच भोपाल में FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू की. इसके बाद क्राइम ब्रांच ने 4 आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें लगातार धरपकड़ में जुटी हुई है.
जांच में ये पाया
क्राइम ब्रांच की टीम ने मामले की पड़ताल की, तो पाया कि बैंक की कोलार शाखा के चार अधिकारी-कर्मचारी सहित सोने का मूल्यांकन करने वाले अधिकृत तीन सोनारों (एवरेजर) ने मिली भगत कर 10 ग्राहकों के 36 खातों में नकली सोना (फेक गोल्ड) गिरवी रख कर बैंक को 4,32,32,82/- रुपए का नुकसान पहुंचाया है. इनमें से 22 खाते ऐसे हैं, जिनमें नकली सोना गिरवी रखकर लोन स्वीकृत किया गया. जबकि 14 खाते ऐसे हैं, जिनमें बिना कोई सोना गिरवी रखे ही गोल्ड लोन स्वीकृत कर दिया गया. आरोप है कि इन लोगों ने ग्राहकों के नाम पर भारी धनराशि कम ब्याज पर लेकर बाजार में अधिक दर पर फायनेंस कर करोड़ों का फायदा उठाया है.
ऐसे होता था फर्जीवाड़ा
ICICI बैंक की कोलार रोड शाखा की सेल्स मैनेजर सौरभ खरे और रिलेशनशिप मैनेजर पवन सेन ग्राहक लाते थे. उनके द्वारा बैंक में गिरवी के रूप में रखे जाने वाले गोल्ड की जांच बैंक के अधिकृत सोनारों (एवरेज) राम कृष्ण, राकेश सोनी एवं जगदीश कुमार सोनी से करा कर नकली और कम कैरेट के गोल्ड को अधिक प्रमाणित कराकर बैंक मैनेजर अमित पीटर तथा डिप्टी मैंनेजर दीक्षा मीणा की मिली भगत से गोल्ड लोन स्वीकृत कराया जाता था. एक-एक ग्राहक को 6-6 सात-सात गोल्ड लोन दिए गए. 14 गोल्ड लोन बिना गोल्ड गिरवी रखे ही दे दिए गए.
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इन पर हुई एफआईआर
भोपाल के कोलार रोड स्थित ICICI बैंक के ब्रांच मैनेजर अमित पीटर, डिप्टी ब्रांच मैनेजर दीक्षा मीणा, सेल्स मैंनेजर सौरभ खरे, रिलेशनशिप पवन सेनमैनेजर, सोनार राम कृष्ण सोनार राकेश सोनी, सोनार राकेश सोनी, सोनार जगदीश कुमार सोनी के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. इनके अलावा ICICI बैंक शाखा कोलार रोड भोपाल के कस्टमर (गोल्ड लोन खाता धारक) मोहम्मद उमर फारुख खान, शोभित कुमार जैन, हिमांशु मालवीय, अक्षय कुमार जैन, करण सिंह, शक्ति सिंह तोमर, श्रीमती मीना शर्मा पति संतोषीलाल शर्मा, अंकित श्रीवास्तव, रवि गुप्ता और अरुण शर्मा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने सोनार राकेश सोनी, सुनार जगदीश कुमार सोनी, शोभित कुमार जैन और अरुण शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है.
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