मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के मुंगावली विधानसभा क्षेत्र के 70 से 80 मजदूरों को महाराष्ट्र में एक ठेकेदार द्वारा बंधक बना लिया गया है. ये मजदूर मुंगावली क्षेत्र के आंक्सी चक्क, जारौली और तिंसी गांव के निवासी हैं, जिन्हें काम दिलाने के नाम पर महाराष्ट्र ले जाया गया था. परिजनों का आरोप है कि ठेकेदार मजदूरी का लालच देकर सभी को बाहर ले गया, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्हें बंधक बना लिया गया. मजदूरों से जबरन काम कराया जा रहा है और उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही. मजदूरों से संपर्क टूटने के बाद परिजन घबरा गए और मुंगावली विधायक ब्रजेन्द्र सिंह के पास पहुंचे.
मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक ब्रजेन्द्र सिंह ने तुरंत अशोकनगर एसपी राजीव मिश्रा से फोन पर चर्चा की और सभी मजदूरों को सकुशल वापस लाने के निर्देश दिए हैं. विधायक ने कहा कि मजदूरों के साथ किसी भी तरह का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो प्रशासनिक स्तर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बताया जा रहा है कि अशोकनगर जिले से हजारों मजदूर रोजी रोटी की तलाश में महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य राज्यों में जाते हैं. बीते कुछ समय से महाराष्ट्र में मजदूरों के फंसे होने और बंधक बनाए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं. बुधवार को कन्हैरा गांव के आदिवासी मजदूर भी कलेक्ट्रेट पहुंचे थे और अपनी आपबीती सुनाई थी. प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और संबंधित राज्यों से समन्वय कर मजदूरों की सुरक्षित वापसी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं.