
Amit Shah in MP: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के जमाने में कोऑपरेटिव मर गई थी, एमपी में अब सुशासन है. उन्होंने कहा कि जब आपकी नीयत ठीक हो तो नतीजे भी ठीक आते हैं.
भोपाल के रवींद्र भवन में आयोजित राष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि गुणवत्ता की जांच और किसानों को हर सप्ताह भुगतान हो इसके लिये नीति निर्माण का काम करना है.12 लाख से 24 लाख का लक्ष्य बदलना चाहिए. सरकार फेडरेशन और NDDB के साथ बैठकर ये तय करे कि 50% गांव तक डेयरी पहुंचे. फाइनेंस की जरूरत पड़ी तो भारत सरकार मदद करेगी. हमारी एमपी सरकार इसे जरुर गति देगी.
उन्होंने कहा कि हमने छोटे किसानो को भी बीज की सोसायटी के लिये मौका दिया. हमें सहकारिता के अंदर प्रशिक्षण के लिए सहकारिता का विश्वविद्यालय बनाया. मध्यप्रदेश के अंदर साढ़े 5 करोड़ लीटर दुग्ध उत्पादन है जो देश का 9% है. मध्यप्रदेश फेडरेशन NDDB के साथ आगे बढ़ेगा. किसान अपना दूध ओपन बाजार में बेचने जाता है तो शोषण होता है. किसानों को कोऑपरेटिव डेयरी से जोड़कर उन्हें मुनाफा दिया जाए. दूध को प्रोसेस कर ज्यादा मुनाफे पर बेचने के लिये प्रोसेसिंग यूनिट लगाना है. मध्यप्रदेश में साढ़े 3 करोड़ लीटर सरप्लस दूध है. इसका ढाई प्रतिशत से भी कम कोऑपरेटिव डेयरी तक पहुँचता है. एमपी के केवल 17% गांव में ही दूध कलेक्शन की व्यवस्था है. आज के अनुबंध से 83% गांव तक कलेक्शन की सुविधा पहुंचने की संभावना है.
‘देश के सभी राज्यों को धन्यवाद'
केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि संविधान के अंदर जो हमारी मर्यादा थी वो आज भी है. पैक्स को पुनर्जीवित किया, डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा दिया, ग्रामीण बैंक को बढ़ावा दिया. प्राइमरी सोसायटी के लिए मॉडल बायलॉज बनाया और राज्यों को भेजा. आज पूरे भारत ने फॉलो किया. जब आपकी नीयत ठीक हो तो नतीजे भी ठीक आते हैं. देश के सभी राज्यों को धन्यवाद. सभी राज्यों ने मॉडल बायलोज को स्वीकार किया. पैक्स एक समय केवल शार्ट टर्म एग्रीकल्चर फायनांस का काम करते थे आज 20 ज्यादा कामों में इन्वॉल्व है. 300 से ज्यादा सरकारी योजनाएं आज पैक्स के पास है. ट्रेन का टिकट भी पैक्स दे देगा.