
Gwalior News: ग्वालियर का भारतीय वायुसेना का स्टेशन कई किलोमीटरों में फैला हुआ है. यहां मिराज, सुखोई से लेकर अत्याधुनिक राफेल जैसे युद्धक विमान भी रखे गए हैं लेकिन एयरफोर्स के अफसर यहां आसमान से गिरने वाली गोलियों से बेहद परेशान हैं. एयरफोर्स के अफसरों ने बाकायदा पुलिस अधिकारियों से मिलकर इन्हें रोकने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया है.
ग्वालियर-मुरैना और आसपास के क्षेत्र में विवाह समारोह और खुशी के मौके पर हर्ष फायर सामान्य बात है लेकिन यह सामान्य बात देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन गई है. ग्वालियर स्थित एयर फोर्स स्टेशन की परिधि में हर्ष फायर के दौरान चली हुईं बुलेट मिली हैं. ऐसे में एयरफोर्स अथॉरिटी की ओर से पुलिस को पत्र लिखकर आसपास के क्षेत्र में हर्ष फायर पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है जिस पर पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है.
यह भी पढ़ें : NDTV Exclusive: लोकसभा चुनाव लड़ेंगे शिवराज सिंह चौहान! विदिशा से BJP दे सकती है टिकट
1 किमी के क्षेत्र में हर्ष फायर पर रोक लगाने की मांग
ग्वालियर के महाराजपुर थाना क्षेत्र में भिंड ग्वालियर नेशनल हाईवे के करीब एयर फोर्स स्टेशन बना हुआ है. एयर फोर्स अथॉरिटी ने महाराजपुरा थाना पुलिस को एक पत्र लिखकर बताया है कि एयर फोर्स स्टेशन की परिधि में चले हुए बुलेट मिले हैं जो एयरफोर्स की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले एम्यूनेशन जैसे नहीं हैं. इसके चलते एयर फोर्स स्टेशन के 1 किलोमीटर क्षेत्र में हर्ष फायर पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग भी की गई है.
यह भी पढ़ें : बुरी तरह पीटा और पिला दिया हार्पिक... नाक में नली लगाकर एसपी ऑफिस पहुंची एक दहेज पीड़िता
शस्त्र लाइसेंस धारकों को भी किया अलर्ट
महाराजपुर थाना सर्किल के सीएसपी नागेंद्र सिंह का कहना है कि एयर फोर्स अथॉरिटी का पत्र मिलने के बाद पुलिस की ओर से एयर फोर्स स्टेशन के 1 किलोमीटर की परिधि में बने सभी विवाह समारोह गार्डन, होटल और रहवासियों को सचेत किया जा रहा है कि क्षेत्र में पूरी तरह हर्ष फायरिंग प्रतिबंधित रहेगी. उन्होंने एयर फोर्स स्टेशन से सटे गांव में जितने भी रहवासियों के पास शस्त्र लाइसेंस है उन्हें भी अलर्ट किया है.
उल्लेखनीय है कि शहर में हर्ष फायर या बदमाशों की ओर से किए जाने वाले हवाई फायरों की गोलियां सड़क चलते या छत पर सोते तीन-चार लोगों, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं, को लग चुकी हैं लेकिन ये किसने चलाईं इसका कोई पता नहीं चल सका.