
Gwalior News: ग्वालियर (Gwalior) के एसएसपी कार्यालय में चल रही जन सुनवाई में उस समय हड़कंप मच गया जब एक युवती नाक में मेडिकल नली लगी हुई हालत में ही वहां पहुंच गई. अफसरों ने फटाफट उसकी बात सुनी. युवती ने बताया कि दहेज (Dowry) की मांग को लेकर ससुराल वालों ने पहले उसे पीटा फिर हार्पिक पिला दिया ताकि वह मर जाए.
एक साल पहले हुई थी शादी
युवती ने अपना नाम शिवानी बताया. उसने बताया कि पिछले साल 14 फरवरी को उसका विवाह ओरछा रिसॉर्ट्स में झांसी के कपिल के साथ हुआ था. तब उसके परिजनों ने अपनी सामर्थ्य से ज्यादा दहेज और नकदी दी थी. शिवानी वर्मा ने बताया कि कुछ दिनों बाद ही उसके पति और सास पुष्पा वर्मा ने दहेज के लिए उसे ताना देना और प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. फिर वे उसे शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना भी देने लगे और परिवार वालों से बात भी नहीं करने दे रहे थे.
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बुरी तरह पीटा और पिला दिया हार्पिक
शिवानी ने बताया कि पूरी बात पता चलने पर मेरी मां ने उन्हें समझाने का भी प्रयास किया लेकिन उनका रुख नहीं बदला बल्कि तेजाब पिलाने की धमकी देने लगे. नवंबर में उन्होंने शिवानी की जमकर पिटाई की और फिर जबरन हार्पिक पिला दिया. शिवानी का आरोप है कि मेरी हालत बिगड़ी तो पति उसे वहां से लेकर आया और नाका चंद्रवदनी पर छोड़कर भाग गया. वह जैसे-तैसे अपनी मां के पास पहुंची. तभी से उसका इलाज चल रहा है.
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ससुराल लौटी तो पति ने नहीं खोला दरवाजा
8 दिन बाद पति और सास फिर आए और जबरन उसे झांसी ले गए. वहां इलाज कराने की जगह फिर उसे पीटने लगे. हालत बिगड़ने पर उसे लेकर एम्स गए. उसकी किडनी में दिक्कत हो गई. डायलिसिस की जरूरत पड़ने लगी तो उन्होंने सारे डॉक्यूमेंट छीनकर उसे रोहिणी दिल्ली में एक रिश्तेदार के यहां छोड़ आए.
युवती ने अफसरों को बताया कि वह झांसी गई तो उसके पति ने गेट नहीं खोला. वह ग्वालियर लौटकर पड़ाव थाने गई. सारी घटना बताई तब भी उसकी एफआईआर नहीं लिखी गई. एसपी ऑफिस में उपस्थित डीएसपी महिला अपराध किरण अहिरवार ने युवती की पूरी बात सुनी और तत्काल उसकी एफआईआर दर्ज करने के लिए निर्देशित किया.