विज्ञापन
This Article is From May 11, 2024

जगन्नाथ मंदिर के श्री रत्न भंडार की चाबियां 6 साल से लापता हैं... PM मोदी ने कंधमाल में उठाए बड़े सवाल

Odisha Assembly Election 2024: पीएम ने ओडिशा में अटैक करते हुए कहा कि राज्य सरकार कहती है कि रत्न भंडार की डुप्लीकेट चाभियां मिली हैं...लेकिन ये कैसे बनी, किसने बनवाईं...इसका उपयोग हुआ कि नहीं हुआ...किसी को नहीं पता. इस मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक आयोग को सौंपी थी. लेकिन वो रिपोर्ट आज तक ओडिशा सरकार ने सार्वजनिक नहीं की है.

जगन्नाथ मंदिर के श्री रत्न भंडार की चाबियां 6 साल से लापता हैं... PM मोदी ने कंधमाल में उठाए बड़े सवाल

PM Narendra Modi Addresses Public meeting in Kandhamal, Odisha: देश में लोकतंत्र का त्योहार (Lok Sabha Election 2024) चल रहा है. ओडिशा में तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव 2024 (Odisha Assembly Election 2024) एक साथ चल रहे हैं. इस दौरान आज 11 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पक्ष में प्रचार करने के लिए ओडिशा के कंधमाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा मैं ओडिशा के लोगों का ऋणी हूं. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपके प्यार और आशीर्वाद का ये कर्ज, ज्यादा से ज्यादा मेहनत करके, देश की सेवा करके चुकाऊंगा. साथ-साथ ओडिशा को देश में एक विकसित राज्य बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करके चुकाऊंगा.

जगन्नाथ मंदिर पुरी के बारे में यह कहा?

पीएम ने कहा कि मैं आपको 10 जून को भुवनेश्वर में BJP की सरकार के मुख्यमंत्री के शपथ समारोह का निमंत्रण देने आया हूं. मंदिर के बारे में पीएम ने कहा कि 7 दशक पहले श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रबंधन के लिए नियम बनाए गए थे. इन्हीं में से एक नियम था कि मंदिर के सोना चांदी, कीमती पत्थर और सारी चल-अचल संपत्ति का रिकॉर्ड मेंटेन किया जाएगा. इसके बाद श्री रत्न भंडार में रखे कीमती सामानों की एक सूची तैयार की गई थी. इस रत्न भंडार का आखिरी बार मूल्यांकन करीब 45 साल पहले किया गया था. 

उस समय आभूषण और रत्न इतने ज्यादा थे कि मूल्यांकन करने वालों ने इस खजाने को अमूल्य बताकर अपने हाथ खड़े कर दिए थे. आधिकारिक रूप से श्री रत्न भंडार करीब 40 साल से नहीं खुला है. श्री जगन्नाथ मंदिर के श्री रत्न भंडार के गर्भगृह के आंतरिक कक्ष की चाबियां पिछले 6 साल से लापता हैं. क्या आपको ये जानने का अधिकार नहीं है कि ये चाबियां कहां गई?

राज्य सरकार कहती है कि रत्न भंडार की डुप्लीकेट चाभियां मिली हैं...लेकिन ये कैसे बनी, किसने बनवाईं...इसका उपयोग हुआ कि नहीं हुआ...किसी को नहीं पता. इस मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक आयोग को सौंपी थी. लेकिन वो रिपोर्ट आज तक ओडिशा सरकार ने सार्वजनिक नहीं की है.

BJD और कांग्रेस को ऐसे घेरा

पीएम ने कहा कि BJD और कांग्रेस ने कंधमाल को पिछड़ा जिला घोषित कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया था. मोदी ने कंधमाल जैसे जिलों को देश का आकांक्षी जिला घोषित किया. इसकी दिल्ली में रोजाना मोनिटरिंग होती है कि यहां क्या काम हो रहे हैं. इसका परिणाम यह है कि कंधमाल तेजी से विकास कर रहा है. कांग्रेस के इसी कमजोर रवैये के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों ने 60 साल तक आतंक भुगता है. देश ने कितने आतंकी हमले झेले हैं. देश भूल नहीं सकता कि आतंकियों को सबक सिखाने के बजाय...ये लोग आतंकी संगठनों के साथ बैठकें करते थे. 26/11 के मुंबई हमले के बाद इन लोगों की हिम्मत नहीं पड़ी, कि आतंक के सरपरस्तों पर कार्रवाई करें. और क्यों? क्योंकि कांग्रेस और इंडी गठबंधन को लगता था कि अगर हम कार्रवाई करेंगे तो हमारा वोटबैंक नाराज हो जाएगा. यहां राज्य भाजपा भी उड़िया भाषा और उड़िया संस्कृति के प्रति समर्पित है. ऐसा कोई बेटा या बेटी जो ओडिशा की मिट्टी से निकला हो, यहां की संस्कृति को समझता है, उसका भाजपा का मुख्यमंत्री बनना तय है.

यह भी पढ़ें : अगर जरूरत पड़ेगी तो देखेंगे... गांधी परिवार की बहू ने बेटे वरुण गांधी, BJP, सुल्तानपुर के बारे क्या कहा? जानिए

यह भी पढ़ें : यहीं श्री कृष्ण को सुदर्शन चक्र मिला... जानापाव में CM ने कहा- आचार संहिता के बाद ये बड़ा काम होगा

यह भी पढ़ें : सावधान! कहीं आपका दूधवाला शराब की डिलीवरी तो नहीं करता? पुलिस के बिछाए जाल में फंसा 'मिल्क मैन'

यह भी पढ़ें : गांव नहीं स्मार्ट सिटी का है ऐसा हाल! जलावर्धन व अमृत योजना पर बहा दिए ₹150 करोड़, फिर भी टैंकर भरोसे

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close