विज्ञापन
Story ProgressBack

गांव नहीं स्मार्ट सिटी का है ऐसा हाल! जलावर्धन व अमृत योजना पर बहा दिए ₹150 करोड़, फिर भी टैंकर भरोसे

MP News: जैसे ही नगर निगम का टैंकर पहुंचता है वैसे ही यहां के लोग पानी के लिए दौड़ने लगते हैं. घर में मौजूद सभी सदस्य हाथ में बाल्टी और प्लास्टिक के डिब्बे लेकर ऐसे दौड़ते हैं जैसे कि उनके बीच कोई मैराथन दौड़ की प्रतियोगिता हो रही हो.

Read Time: 4 min
गांव नहीं स्मार्ट सिटी का है ऐसा हाल! जलावर्धन व अमृत योजना पर बहा दिए ₹150 करोड़, फिर भी टैंकर भरोसे

Smart Cities Mission: स्मार्ट सिटी का तमगा पा चुके मध्य प्रदेश के सतना (Satna Smart City Project) जिले में जलावर्धन और अमृत योजना (Amrut Yojna) धरातल पर उतारने का दावा भले ही अधिकारियों द्वारा किया जाता हो, लेकिन इसके बाद भी घरों में पाइप लाइन से पानी नहीं पहुंच पा रहा है. 150 करोड़ रुपए की भारी भरकम रकम व्यवस्था बनाने में खर्च करने का नतीजा यह है कि आज भी शहर के कई वार्डों में गांव जैसे हालातों में टैंकर (Water Tanker) से ही पानी उपलब्ध  कराना पड़ रहा है. टैंकर से जल सप्लाई (Water Supply) की व्यवस्था भले ही जनसुविधा के लिहाज से अहम हो, लेकिन इस तस्वीर को देखने के बाद जलावर्धन और अमृत जैसी योजनाओं के विफल होने का भी प्रमाण मिलता है. 

MP News: सतना स्मार्ट सिटी के हाल

MP News: सतना स्मार्ट सिटी के हाल

यहां पर हालात गंभीर है

सतना शहर के वार्ड क्रमांक 11 और 12 में टैंकरो से पानी वितरण हो रहा है. जिससे  घर-घर पानी पहुंचाने वाली करोड़ों रुपए की योजना भी कठघरे में खड़ी हो गई. कुल मिलाकर अब तक नगर निगम (Nagar Nigam Satna) प्रशासन 110 करोड़  की राशि जलावर्धन योजना, 36 करोड़ अमृत योजना और चार करोड़ रुपए नगर निगम की पूंजी से पाइप लाइन (Water Pipe Line) सप्लाई सुनिश्चित करने के नाम पर खर्च कर दी है. इसके बाद भी पानी दुर्दशा के बीच मिल रहा है. यह अफसरों की मनमानी को उजागर करता है.

संसाधनों की यह है स्थिति

पानी सप्लाई के लिए जलावर्धन लाइन 110 करोड़ में बिछी. अमृत योजना से 36 करोड़ खर्च हुए. निगम ने अपना 4 करोड़ का खजाना दांव पर लगा दिया. शहर में ओवर हेड टैंकों की संख्या 20 है. 18 एमएलडी क्षमता का पुराना फिल्टर प्लांट, 41 एमएलडी का जलावर्धन फिल्टर प्लांट है. इसके बाद भी शहर में रोजाना टैंकरों से पानी सप्लाई हो रही है जो कि इन योजनाओं की विफलता का प्रमाण है.

टैंकर पहुंचते ही शुरू होती है दौड़

शहर के घूरडांग की झुग्गी बस्ती (Slum Area) तक पाइप लाइन पड़ चुकी है. इसके बाद भी लोगों को सप्लाई से नहीं बल्कि टैंकर से ही पानी मिलता है. जैसे ही नगर निगम का टैंकर पहुंचता है वैसे ही यहां के लोग पानी के लिए दौड़ने लगते हैं. घर में मौजूद सभी सदस्य हाथ में बाल्टी और प्लास्टिक के डिब्बे लेकर ऐसे दौड़ते हैं जैसे कि उनके बीच कोई मैराथन दौड़ की प्रतियोगिता हो रही हो.

कनेक्शन न लेने का बहाना

निगम प्रशासन (Nagar Nigam Administration) के जानकारों की माने तो घूरडांग एवं बदखर इलाके में स्थानीय वासियों को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए लगभग 4 करोड़ रूपए खर्च करके सप्लाई लाइन बिछवाई गई है, फिर भी वहां टैंकर से पानी देना पड़ रहा है. वहीं निगम प्रशासन का दावा है कि पानी की सप्लाई लाइन बिछने के बाद वहां के निवासियों ने नल कनेक्शन (Water Connection) नहीं लिया जिसके चलते ऐसे हालात उत्पन्न हो रहे हैं.

यह भी पढ़ें : TET: हाईकोर्ट की फटकार, 15 दिनों में रिक्त पदों की जानकारी दें शिक्षा व जनजातीय कार्य विभाग

यह भी पढ़ें : सावधान! कोका कोला की काला बाजारी, MRP से ज्यादा दाम पर बेचे जा रहे कोल्ड ड्रिंक्स, जिम्मेदार अनजान

यह भी पढ़ें : Akshaya Tritiya 2024: सुनो.. सुनो... सुनो... कलेक्टर का अनूठा ऑफर, बाल विवाह की सूचना दो इनाम पाओ, ये रहा नंबर

यह भी पढ़ें :  साहब का हठयोग: ट्रैफिक पुलिस ने बिजली कंपनी के GM को पकड़ा, चालान पर विवाद, फिर धरना, वीडियो वायरल

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close