
General Elections 2024 Election Seizure Management System: लोकसभा चुनाव की वोटिंग तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे वोटर्स को लुभाने के लिए तरह-तरह के हथकंड़े अपनाए जा रहे हैं. वहीं स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव (Free and Fair Election) के ध्येय वाक्य पर काम करने वाली संस्थाओं ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. जिसके परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं. इस बार जिस तरह से आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) के पहले से ही भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission of India) एक्टिव है उसकी वजह से अब तक 4650 करोड़ से अधिक रुपये की रिकॉर्ड जब्ती की जा चुकी है. लोकसभा चुनावों के 75 साल के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है, इतना ही नहीं अभी तो कार्यवाही रुकी नहीं है बल्कि आगे भी जारी रहेगी ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि 2024 के आम चुनाव में जब्ती का ग्राफ कितनी ऊपर जाता है. आइए जानते हैं क्या कुछ जब्त किया गया है...

Lok Sabha Election 2024: जब्ती का रिकॉर्ड टूटा
Photo Credit: Ajay Kumar Patel
इस बार 1 मार्च 2024 से 13 अप्रैल 2024 तक 395.39 करोड़ रुपये कैश जब्त किए गए हैं. वहीं 3 करोड़ 58 लाख 29 हजार 924.75 लीटर शराब जब्त हुई, जिसका मूल्य लगभग 489.31 करोड़ रुपये के आस-पास है, नशीले पदार्थ की बात करें तो लगभग 2068.85 करोड़ रुपये की सामग्री पकड़ी गई है, 562.10 करोड़ रुपये की कीमती धातुएं, 1142.49 करोड़ रुपये की मुफ्त उपहार या अन्य फ्रीबीज वस्तुएं पकड़ी गई हैं. इस तरह कुल 4658.167 रुपये मूल्य की जब्ती हुई हैं.

Lok Sabha Election 2024: जब्ती का रिकॉर्ड टूटा

Lok Sabha Election 2024: जब्ती का रिकॉर्ड टूटा
Photo Credit: Ajay Kumar Patel
चुनाव समाप्त होने में 6 बाकी, 75 सालों का रिकॉर्ड टूटा
जनवरी और फरवरी में चुनाव की तारीखों की आधिकारिक घोषणा से पहले के महीनों में ही देश भर में नकदी (Cash), शराब (Liquor), ड्रग्स (Drugs), कीमती धातुओं (Precious Metals) और मुफ्त उपहारों (Freebies) के रूप में कुल 7502 करोड़ रुपये की जब्ती दर्ज की गई. इससे अब तक कुल 12000 करोड़ रुपये से अधिक की जब्ती हो गई है, जबकि चुनाव की अवधि में अभी भी छह सप्ताह बाकी हैं.
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने एक राज्य के मुख्यमंत्री के काफिले में वाहनों की जांच की है वहीं दूसरे राज्य में एक उपमुख्यमंत्री के वाहन की भी जांच कर चुके हैं. चुनाव आयोग ने लगभग 106 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की है, ये सरकारी कर्मचारी चुनाव प्रचार में राजनेताओं की सहायता करते हुए आचार संहिता और निर्देशों का उल्लंघन करते हुए पाए गए. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से नकदी, शराब और मुफ्त वस्तुओं के वितरण से संबंधित कुल 3262 शिकायतें सीविजिल एप पर प्राप्त हुई हैं.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का ऐसा रहा है आंकड़ा
छत्तीसगढ़ में नकद 11.98 करोड़ रुपये मिले हैं, 55690 लीटर शराब जब्त हुई, जिसका मूल्य लगभग 1.39 करोड़ रुपये के आस-पास है, नशीले पदार्थ की बात करें तो लगभग 17.18 करोड़ रुपये की सामग्री पकड़ी गई है, 2.58 करोड़ रुपये की कीमती धातुएं, 26.32 करोड़ रुपये की मुफ्त उपहार या अन्य फ्रीबीज वस्तुएं पकड़ी गई हैं. इस तरह कुल 59.4721950 रुपये मूल्य की जब्ती हुई हैं.
मध्य प्रदेश में नकद 13.37 करोड़ रुपये मिले हैं, 1633114.94 लीटर शराब जब्त हुई, जिसका मूल्य लगभग 25.77 करोड़ रुपये के आस-पास है, नशीले पदार्थ की बात करें तो लगभग 25.89 करोड़ रुपये की सामग्री पकड़ी गई है, 8.74 करोड़ रुपये की कीमती धातुएं, 38.48 करोड़ रुपये की मुफ्त उपहार या अन्य फ्रीबीज वस्तुएं पकड़ी गई हैं. इस तरह कुल 112.2790400 रुपये मूल्य की जब्ती हुई हैं.
आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग का कहना है कि ऐसी कार्रवाई सख्ती से और बिना रुके जारी रहेंगी. यह बताया गया है कि ये बढ़ी हुई बरामदगी विशेष रूप से छोटे और कम संसाधन वाले दलों के पक्ष में समान अवसर के लिए प्रलोभनों की निगरानी करने और चुनावी कदाचार पर अंकुश लगाने के लिए ईसीआई की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
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